उदयपुरवाटी, 23 दिसंबर।
कस्बे में सात बत्ती के निकट गणेश भार्गव के घर की छत पर खेल रही बालिका की 11 हजार केवी लाईन से टकराने से शुक्रवार की शाम को मौत हो गई थी। इस मामले में शनिवार को परिजन और क्षेत्र के लोग अपनी मांग को लेकर अड़े रहे। बाद में अजमेर डिस्कॉम के आश्वासन के बाद मानें। जानकारी के अनुसार

अजमेर डिस्कॉम के अधिकारियों की इस तरह की लापरवाही कई बार सामने आ गई है। लाइन में आए करंट से मौत का यह पहला केस नहीं है। इससे पहले भी 11 हजार व 33 हजार की लाइन से टकराने पर कई लोगों की मौत हो चुकी है। मृतका बालिका साक्षी के शव को शुक्रवार को रात्रि होने के चलते सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया गया। बाद में शनिवार को सुबह मृतका के परिजनों सहित सर्व समाज के लोगों ने सीएचसी में मोर्चरी के बाहर अजमेर डिस्कॉम के अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ जमकर विरोध प्रकट किया। सर्व समाज के लोगों की मांग थी कि खुले में जा रही विद्युत लाइन को हटाकर अंडर ग्राउंड किया जाए। मृतका के परिजनों को उचित मुआवजा दिलवाया जाए। वार्ता के लिए आए तहसीलदार दौलाराम बाजिया ने अजमेर डिस्कॉम के एईएन गिरधारीलाल वर्मा से संपर्क करके मौके पर बुलाकर उक्त लाइन को अंडरग्राउंड करने के लिए लगभग लागत बताने के लिए कहा गया। अजमेर डिस्कॉम के एईएन ने 20 लाख रूपए अंडर ग्राउंड करने की लागत बताई। स्थानीय विधायक भगवानाराम सैनी से कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष बाबूलाल सैनी व चेयरमैन रामनिवास सैनी ने फोन पर बात की तो सैनी ने विधायक कोष जारी होते हुए डिमांड राशि जमा कराने का आश्वासन दिया। उधर प्रदेश में भाजपा सरकार होने के चलते पूर्व विधायक व भाजपा प्रत्याशी रहे शुभकरण चौधरी ने भी तीन से चार महीने में लाईन को अंडरग्राउण्ड करवाने का भरोसा नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता राजेन्द्र ढे़नवाल व भाजपा नेता पवन शाह के मार्फत दिलवाया गया। अजमेर डिस्कॉम द्वारा करीब 45 दिन में उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन सहायक अभियंता ने दिया। उक्त मांगों को लेकर प्रशासन व परिजनों में सहमति बनने के बाद में मृतका बालिका का बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। इस दौरान कस्बे के सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।
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करीब 15 वर्ष से लाइन हटाने की मांग
कस्बे के वार्ड 28 से जा रही विद्युत लाइन को हटाकर अंडरग्राउंड करवाने की मांग को लेकर 15 वर्ष से अधिक समय से वार्ड व मौहल्ले के लोग प्रयासरत है। लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे थे। जिसके चलते शुक्रवार को अचानक से एक बालिका के करंट लगने से मौत हो गई।