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झुंझुनूं, 19 अगस्त।
भाद्रपद अमावस्या के दिन सती मंदिरों में होने वाली वार्षिक पूजा में इस बार बाहर के श्रद्धालु हिस्सा नहीं ले पा रहे है। लेकिन दादी दर्शनों की आस में प्रवासी श्रद्धालु पहुंच जरूर रहे है। झुंझुनूं के राणी सती मंदिर में भी दर्शनों की आस में दूर—दूर से श्रद्धालु आए तो जरूर। लेकिन दर्शन ना होने से मायूस लौटे और मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर दादी को नमन किया। वहीं मंदिर में भीड़ ना हो और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन ना हो। इसके लिए मौके पर माकूल पुलिस और प्रशासन व्यवस्था है। महाराष्ट्र से आए श्रद्धालुओं ने राणी सती दादी के आनलाइन दर्शन ना होने पर ट्रस्ट पर अपना गुस्सा उतारा। उन्होंने आरोप लगाया है कि ट्रस्ट ही दर्शनों को लेकर व्यवस्था नहीं कर पाया। अन्यथा आनलाइन या फिर अन्य परमिशन आदि लेकर दर्शन करवाए जा सकते थे। लेकिन ट्रस्ट की आपसी लड़ाई और हेकड़ी के चक्कर में श्रद्धालुओं को दादी के दर्शन नहीं हो पाए। जो सही नहीं है। आपको बता दें कि अन्य सती मंदिरों में दादी के आनलाइन दर्शन हो रहे है। जिस पर ही दर्शन कर लोग संतुष्ट हो रहे है। लेकिन सबसे बड़ी सती मंदिर में आनलाइन दर्शनों की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। जो चर्चा का विषय बनी हुई है। इधर, इस मामले को लेकर ट्रस्ट के व्यवस्थापक हरिशचंद्र रोहिला और मैनेजर विनोद शर्मा से बातचीत करनी चाही। लेकिन दोनों एक—दूसरे पर बात टाल दी। वहीं ट्रस्ट अध्यक्ष देवेंद्र झुंझुनूंवाला से भी संपर्क नहीं हो पाया।
भाद्रपद अमावस्या के दिन सती मंदिरों में होने वाली वार्षिक पूजा में इस बार बाहर के श्रद्धालु हिस्सा नहीं ले पा रहे है। लेकिन दादी दर्शनों की आस में प्रवासी श्रद्धालु पहुंच जरूर रहे है। झुंझुनूं के राणी सती मंदिर में भी दर्शनों की आस में दूर—दूर से श्रद्धालु आए तो जरूर। लेकिन दर्शन ना होने से मायूस लौटे और मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर दादी को नमन किया। वहीं मंदिर में भीड़ ना हो और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन ना हो। इसके लिए मौके पर माकूल पुलिस और प्रशासन व्यवस्था है। महाराष्ट्र से आए श्रद्धालुओं ने राणी सती दादी के आनलाइन दर्शन ना होने पर ट्रस्ट पर अपना गुस्सा उतारा। उन्होंने आरोप लगाया है कि ट्रस्ट ही दर्शनों को लेकर व्यवस्था नहीं कर पाया। अन्यथा आनलाइन या फिर अन्य परमिशन आदि लेकर दर्शन करवाए जा सकते थे। लेकिन ट्रस्ट की आपसी लड़ाई और हेकड़ी के चक्कर में श्रद्धालुओं को दादी के दर्शन नहीं हो पाए। जो सही नहीं है। आपको बता दें कि अन्य सती मंदिरों में दादी के आनलाइन दर्शन हो रहे है। जिस पर ही दर्शन कर लोग संतुष्ट हो रहे है। लेकिन सबसे बड़ी सती मंदिर में आनलाइन दर्शनों की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। जो चर्चा का विषय बनी हुई है। इधर, इस मामले को लेकर ट्रस्ट के व्यवस्थापक हरिशचंद्र रोहिला और मैनेजर विनोद शर्मा से बातचीत करनी चाही। लेकिन दोनों एक—दूसरे पर बात टाल दी। वहीं ट्रस्ट अध्यक्ष देवेंद्र झुंझुनूंवाला से भी संपर्क नहीं हो पाया।
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