भारत की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों पर एसपी ने लिखी पुस्तक, ताकि समझने में हो आसानी

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राज्यपाल कलराज मिश्र को प्रति भेंट करते एसपी राजर्षि।

झुंझुनूं। यूपीएससी समेत अन्य राज्यों में होने वाली विभिन्न सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए भारत की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों को समझने में अब राह आसान होगी। इसके लिए झुंझुनूं जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा ने प्रयास करते हुए एक किताब लिखी है। जिसमें आतंकवाद, साइबर क्राइम, जम्मू-कश्मीर मुद्दे समेत अन्य चुनौतियों का विस्तृत वर्णन किया गया है। लिखनें में रुचि रखने वाले झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक वर्मा ने इस विषय में यह किताब अभ्यर्थियों की मांग को देखते लिखीं हैं। जिला पुलिस अधीक्षक आईपीएस राजर्षि राज वर्मा द्वारा भारतीय आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों पर लिखी गई किताब का प्रकाशन हो चुका है। एसपी राजर्षि राज वर्मा ने इसकी पहली प्रति राजभवन जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र को भेंट की। जिस पर राज्यपाल ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए किताब को महत्वपूर्ण बताया।

इन विषयों का उल्लेख
एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि भारत की आंतरिक सुरक्षा शीर्षक के नाम से प्रकाशित इस किताब में जम्मू-कश्मीर, नक्सलवाद, साइबर क्राइम, दंगे प्रसाद, बॉर्डर एरिया समस्या समेत अन्य भारत की सुरक्षा संबंधी चुनौतियां हैं। जिसके बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध हैं।

अभ्यर्थियों के लिए फायदेमंद
एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि यूपीएससी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह किताब महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा भारत की आंतरिक सुरक्षा की चुनौती को समझने वाला इच्छूक व्यक्ति भी पढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि इस विषय में क्षेत्र में किताब की कम उपलब्धता होने के कारण इसे दो वर्ष पहले इसे लिखना शुरू किया था। अब इसका प्रकाशन कर दिया गया है। इस किताब के लेखक खुद एसपी राजर्षि राज वर्मा है। जबकि किताब का मुख्य फॉरवर्ड राज्यपाल कलराज मिश्र के द्वारा लिखा गया है।

दो वर्ष पहले शुरू किया लिखना
एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि दो वर्ष पहले जब वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों से संवाद कर रहे थे। तो अभ्यर्थियों ने भारतीय आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों संबंधी किताबें क्षेत्र के बाजारों में कम उपलब्ध होने की समस्या बताई। जिसके बाद उन्होंने इस पर विचार कर दो वर्ष पहले से लिखना शुरू किया और अब यह पूर्ण हो चुकी है।

इनका कहना है कि…
“अभ्यर्थियों की मांग को देखते हुए भारत की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों को समझने के लिए किताब लिखी हूं। अभ्यर्थियों के लिए फायदेमंद होगी। जिसका मुख्य फॉरवर्ड राज्यपाल द्वारा लिखा गया है।
— राजर्षि राज वर्मा, आईपीएस, एसपी, झुंझुनूं

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