लोकसभा चुनाव के बाद कड़ी सुरक्षा में ईवीएम, जवानों का ऐसा घेरा कि परिंदा भी नहीं घुस सकता, चार जून को आएंगे नतीजे

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झुंझुनूं। चुनाव के बाद ईवीएम की सुरक्षा के लिए सेठ मोतीलाल महाविद्यालय अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों की निगरानी में छावनी बना हुआ है। झुंझुनूं लोकसभा सीट के आठों विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के बाद लाई गई ईवीएम को सेठ मोतीलाल महाविद्यालय में निर्धारित स्ट्रांग रूम में रखा गया है। महाविद्यालय को छावनी में तब्दील कर कड़ा सुरक्षा पहरा कर दिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि सुरक्षा बल की कंपनी के साथ-साथ पुलिस के जवान भी मुख्य द्वार पर तैनात किए गए हैं। महाविद्यालय में बिना अनुमति के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।

महाविद्यालय परिसर की कई घेरों में सुरक्षा व्यवस्था की गई है। स्ट्रांग रूम के बाहर सुरक्षा बलों का कड़ा पहरा है। स्ट्रांग रूम के भवन के बाहर बंदूकधारी अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किए गए हैं। वहीं महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। महाविद्यालय परिसर में चुनाव कार्य से जुड़े अधिकारियों को जांच के बाद प्रवेश दिया जा रहा है। महाविद्यालय भवन में सुरक्षा को लेकर 24 घंटे सुरक्षा घेरे में अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। महाविद्यालय में रखी ईवीएम को लेकर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त किए हैं। साथ ही भवन में विद्युत के निर्बाध आपूर्ति को लेकर भी विशेष निर्देश दिए गए हैं।

देसूसर बूथ पर बुजुर्गों को खाकी का सहारा

देसूसर स्थित बूथ पर वोट डालने आई बुजूर्ग महिला मतदाता का सहारा बनते दिखें तैनात सिपाही राकेश गुर्जर। चिराना स्थित बूथ पर 92 वर्षीय बुजूर्ग शंकुतला शर्मा ने बेटे, बहू एवं पौत्री के साथ वोट डाला। इस दौरान उनके साथ उनके बेटे आयुर्वेद विभाग के सेवानिवृत्त उपनिदेशक चंद्रकांत गौतम, संगीता देवी, कृतिका गौतम ने भी वोट डाला।

हमीरवास में वोट देने घोड़ी पर पहुंचा दूल्हा

ग्राम पंचायत कासिमपुरा के हमीरवास लांबा गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बूथ पर निकित लांबा पुत्र सतवीर सिंह लांबा घोड़ी पर मतदान केंद्र पहुंचे और मतदान किया।

आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन ने डाला वोट

आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन रणदीप धनखड़ ने गांव किठाना स्थित मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। आपको बता दें कि रणदीप धनखड़ एक आदर्श मतदाता की तरह हर चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए जयपुर से गांव आते है। बात चाहे पंचायत चुनावों की हो या फिर विधानसभा चुनावों की या फिर लोकसभा चुनावों की। वे मतदान करने गांव के बूथ पर जरूर पहुंचते है। आपको बता दें कि रणदीप धनखड़, देश के महामहिम उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के भाई है।

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