पिलानी में चाचा की हत्या का खुलासा : चरित्र पर शक होने के कारण की गई थी हत्या

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हत्या की साजिश में शामिल भांजा सचिन महला

झुंझुनूं । पिलानी के धींधवा सर्किल पर एक किराए के फ्लैट में हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने मृतक के सगे भांजे को गिरफ्तार किया है। उसी ने ममेरे भाई अंकित उर्फ धोलिया के साथ हत्या की साजिश रची थी। हालांकि अभी गोली चलाने वाला भतीजा अंकित उर्फ धोलिया फरार है। पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या से चंद घंटे पहले भांजा रावतसर कुंजला चूरू निवासी सचिन महला अपने मामा को शराब पिलाने के लिए होटल पर ले गया था। वहीं पर खाना खिलाया। इसके बाद रात में साथ सोने के लिए उसे अपने फ्लैट में लेकर आया और हत्या के मुख्य आरोपी ममेरे भाई अंकित उर्फ धोलिया को फोन कर इस बारे में बता दिया। प्लान के तहत सचिन ने फ्लैट की सीढ़ियों का दरवाजा खुला छोड़ा और कमरे को भी अंदर से बंद नहीं किया। ताकि आरोपी आराम से फ्लैट में आकर सोए हुए रतन सिंह जाट की हत्या कर सकें।

प्लान के मुताबिक सब कुछ सही हुआ और रतनसिंह की उसके ही भतीजे अंकित ने गोली मारकर हत्या कर दी।  थानाधिकारी नारायण सिंह ने बताया कि पिलानी थाने में 22 जनवरी को सचिन महला ने थाने में लिखित रिपोर्ट दी थी कि 21 जनवरी की रात वह और उसका मामा रतन सिंह जाट निवासी डाडमा थाना बाढड़ा जिला चरखी दादरी धींधवा सर्किल पिलानी स्थित मेरे किराए के फ्लैट के कमरे में चारपाई पर सो रहे थे। रात 12 बजे के बाद कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज आई। कमरे का बल्ब जल रहा था, दो युवक अन्दर आए जिनके हाथ में पिस्तौल जैसे हथियार थे, उनमें से एक ने काका कह कर आवाज लगाई व रतन सिंह पर एक ने गोलियां चला दी। सचिन ने रिपोर्ट में बताया था कि गोलियां चली तब वह उठ कर बाहर किचन में चली गया था। रतन सिंह को गोलियां मार कर दोनों युवक नीचे उतर कर चले गये। बालकनी से देखा तो तीन व्यक्ति बाइक से जाते नजर आए।

पुलिस को इसलिए हुआ शक : खुला पड़ा था मुख्य दरवाजा

सचिन के रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद पुलिस जब मौके पर  गई तो उन्हें फ्लैट की सीढ़ियों का दरवाजा, बालकनी का दरवाजा और जिस कमरे में हत्या हुई उसका दरवाजा खुला होने की जानकारी मिली। तब पुलिस को रिपोर्टकर्ता पर ही  शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने घटना के वक्त उस एरिया में सक्रिय मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि सचिन व अंकित के बीच व्हाट्सएप पर कई बार बात हुई थी। तब पुलिस ने सचिन का मोबाइल जब्त कर उसे खंगाला तो उसमें अंकित से हुई चैट मिल गई, जिसमें हत्या के लिए बुलाने और दरवाजा खुला छोड़ने की सारी कहानी छुपी थी। इसके अलावा घटना स्थल पर मृतक रतन सिंह का सगा भांजा, जो उसके पास में ही सो रहा था, उसे गोलियां चलने के बावजूद कोई चोट नहीं आई और न ही उसके शरीर पर खून के छींटें लगे।

पूछताछ में हुआ खुलासा

संदेह के आधार पर पुलिस ने जब मृतक रतन सिंह के भांजे सचिन महला से पूछताछ की, तब उसने बताया कि उसे अपने मामा रतन सिंह के चरित्र पर शक था इसके अलावा कैम्पर गाड़ी और भूमि सम्बन्धी अन्य विवाद भी था, जिसके चलते वह उसकी हत्या के षड़यंत्र में शामिल हो गया था और अंकित उर्फ धोलिया का साथ दिया जिसने रविवार रात गोली मारकर रतन सिंह की हत्या कर दी। रतन सिंह की हत्या के षड़यंत्र में शामिल होना पाया जाने पर आरोपी सचिन महला पुत्र राजेश जाति जाट, उम्र 21वर्ष, निवासी रावतसर कुजला, थाना हमीरवास जिला चूरू को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या की इस वारदात में मुख्य आरोपी अंकित ऊर्फ धोलिया व एक अन्य मुल्जिम के घटना में शामिल होने की पुष्टि हुई है, जिनकी तलाश जारी है।

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