मिस्टेक या माइंडगेम, लेकिन पकड़ा गया प्रिंसिपल का झूठ, अब कलेक्टर ने दिया नोटिस ‘हाजिर हो’

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झुंझुनूं। चुनाव के कार्य में लापरवाही एक प्रिंसिपल को भारी पड़ गई है। झुंझुनूं की जिला निर्वाचन अधिकारी चिन्मयी गोपाल ने खेतड़ी की देवता स्कूल के प्रिंसिपल सुभाषचंद्र को नोटिस जारी की उनके द्वारा बरती गई लापरवाही पर 11 मार्च को सुबह 11 बजे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जवाब मांगा है।

जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनावों के लिए मतदान दल गठित करने के लिए स्कूल प्रिंसिपल सुभाषचंद्र को एक चैक लिस्ट प्रेषित की गई थी। जिसमें उनके अधीनस्थ कार्यरत सभी कार्मिकों के डेटाबेस की सूचना चाही गई थी। जिसका निर्धारित प्रपत्र में प्रमाण पत्र स्कूल प्रिंसिपल द्वारा प्रेषित किया गया था। लेकिन जब स्कूल प्रिंसिपल द्वारा भेजी गई कार्मिकों की सूचना से शाला दर्पण पोर्टल से मिलान किया गया तो उसमें सामने आया कि स्कूल में कुल 16 कार्मिक कार्यरत है। जबकि स्कूल द्वारा जो डेटा बेस सूचना भेजी गई थी। उसमें 14 ही नाम थे।

इसे चुनाव जैसे राष्ट्रीय महत्व के कार्य में घोर लापरवाही मानते हुए प्रिंसिपल को नोटिस जारी कर 11 मार्च को सुबह 11 बजे व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत होकर जवाब मांगा गया है। आपको बता दें कि स्कूल में इतिहास के व्याख्याता सुरेश सिंह मीणा तथा राजनीति विज्ञान के व्याख्याता राजकुमार अधिशेष है। इनके पद देवता स्कूल में स्वीकृत नहीं है। इसलिए इन दोनों का वेतन दूसरी स्कूलों से उठता है। इनमें सुरेश सिंह का वेतन खेतड़ीनगर तथा राजकुमार का वेतन तातीजा स्कूल से उठता है। अधिशेष शिक्षकों की सूचना भेजनी है या नहीं और जिनका पेमेंट देवता स्कूल से उठता है या नहीं, इसी सवाल के जवाब की गफलत में ऐसा होने की जानकारी मिली है।

हालांकि ऐसा क्यों और कैसे हुआ। इसकी पूरी लिखित जानकारी तो प्रिंसिपल द्वारा जिला कलेक्टर को प्रस्तुत की जाएगी। प्रिंसिपल को दिए गए नोटिस में यह भी लिखा गया है कि निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित नहीं होने पर राजस्थान सेवा नियमों के तहत एक पक्षीय कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

 

 

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