चिड़ावा नगरपालिका का 153 करोड़ रुपए का बजट पारित, पार्षद राजेंद्र कोच बोले-नगरपालिका को घर की दुकान बना रखी है

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नगरपालिका बैठक में चेयरमैन सुमित्रा व अन्य।

चिड़ावा। नगरपालिका में शुक्रवार को चेयरमैन सुमित्रा सैनी की अध्यक्षता में बजट बैठक हुई। बैठक के आरंभ में ईओ रोहित मील ने वर्ष 2024—25 का प्रस्तावित बजट रखा। जिसमें उन्होंने बताया कि आने वाले वित्तीय वर्ष में 153 करोड़ 50 लाख 82 हजार रूपए का बजट का प्रावधान रखा गया है। जिसे पारित किया गया। बजट में इस बार महात्मा ज्योतिबा फुले आवासीय योजना के विकास के लिए 20 करोड़ के अलावा वार्ड नंबर एक पंडितजी मंदिर के पास पार्क निर्माण के लिए एक करोड़ रूपए, इनडोर स्टेडियम के लिए 50 लाख रूपए और ग्रीष्मकालीन खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए अलग से प्रावधान रखा गया है।

बैठक में पार्षद राजेंद्र कोच आक्रामक मुद्रा में नजर आए। उन्होंने लगातार बोलते हुए नगरपालिका पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नगरपालिका नियमों में हर 60 दिन में एक साधारण सभा की बैठक होनी चाहिए। एक कैलेंडर वर्ष में छह बैठकों का प्रावधान है। लेकिन पिछली बजट बैठक के बाद अब बजट बैठक हो रही है। ऐसे में शहर के विकास की चर्चा पार्षद नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन-चार पार्षदों को छोड़कर यहां पर सभी पार्षद सिर्फ हाथ खड़े करने आते हैं। जिनसे डेढ साल बाद जनता पूछेगी तो कोई जवाब नहीं बन पाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से इस नगरपालिका को चेयरमैन और उसके भाई ने घर की दुकान बना रखी है। बेकडोर से पैसे लेकर पट्टे बनाए जा रहे हैं। नगरपालिका में पट्टा उद्योग खोल दिया गया है। जिसकी जांच होनी चाहिए।

चिड़ावा नगरपालिका की बैठक में चर्चा करते पार्षद।

उन्होंने कहा कि तीन साल तक यह नगरपालिका सीएम हाउस से चली है। फिर भी विकास नहीं हुआ। सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि अब सरकार बदली है। सभी मामलों की जांच करवाएंगे और इनका ढंग से ईलाज होगा। इधर, चेयरमैन सुमित्रा सैनी ने कहा कि नगरपालिका के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई है। इस बार बजट में पार्क निर्माण, इंडोर स्टेडियम और आवासीय योजना के साथ—साथ घर—घर कचरा संग्रहण में हाईटेक तकनीक अपनाने का प्रस्ताव लिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्षद राजेंद्र कोच सिर्फ खुद, अपनी पत्नी और बेटे के अलावा किसी भी पार्षद को बोलने नहीं दे रहे थे। जो सही नहीं है। सभी पार्षदों को बोलने का हक है। उन्होंने कहा कि पट्टे गलत बनें है तो उन्हें लिखित में बताना चाहिए। गलत पट्टे निरस्त किए जाएंगे और कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें सत्ता में रहने की आदत हो गई है। ऐसी चर्चा भी हो रही है।

पार्षदों का फूटा गुस्सा
बैठक के दौरान शहर के विभिन्न मुद्दों को लेकर पार्षद आक्रोशित नजर आए। पार्षद राजेंद्र कोच, संपत देवी समेत अन्य ने कहा कि शहर में हर तरफ गंदगी फैली है। सफाई व्यवस्था, रोशनी व्यवस्था ठप पड़ी है। पार्षद राजेंद्र कोच ने कहा कि विकास के कार्य शहर के सभी क्षेत्रों में समान रूप से करवाने की मांग की। वहीं पार्षद मदन डारा ने पेयजल समस्या के समाधान का मुद्दा उठाया। पार्षद निरंजनलाल सैनी, निखिल चौधरी, गंगाधर सैनी, देवेंद्र सैनी, आदि ने भी मुद्दे उठाए। इस दौरान पार्षद मंजीत सिंह, रणधीर, शशिकांत, आशा देवी, मोनिका पारीक, मुबारक भाटी, रमाकांत सहित काफी पार्षद मौजूद रहे।

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