कुत्ते ने दिया संकेत, लोग मौके पर पहुंचे तो वहां औंधे मुंह पड़ा मिला हिस्ट्रीशीटर शौकिन उर्फ कोचिया

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एचएस शौकीन उर्फ कोचिया

चिड़ावा। कस्बे की खेतड़ी रोड पर बने बिग मार्केट की एक दुकान के बेसमेंट में सुलताना थाने के हिस्ट्रीशीटर और शातिर चोर शौकिन उर्फ कोचिया का शव लावारिस हालत में मिला है। यदि कुत्ता संकेत नहीं देता तो किसी को पता ही नहीं चलता कि यहां शव पड़ा है। शव के पुराने होने पर बदबू से ही लोगों को पता चलता। क्योंकि जिस जगह हिस्ट्रीशीटर का शव मिला है, वह बिग मार्केट का बेसमेंट है, जहां कोई जाता ही नहीं है। पुलिस ने शव को चिड़ावा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। मौके पर डीएसपी शिवरतन गोदारा ने मुआयना किया है। जानकारी के मुताबिक गुरूवार दोपहर को बिग मार्केट में एक दुकान के बेसमेंट से कुत्ते के कराहने की आवाजें आ रही थी। तब आसपास के दुकानदारों ने बेसमेंट का गेट खुलवाकर देखा तो वहां घायल कुत्ते के पास एक लाश पड़ी हुई थी। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

पुलिस ने आकर शव को कब्जे में लिया और शिनाख्त के प्रयास किए। जिसके बाद मृतक की शिनाख्त सुलताना थाने के हिस्ट्रीशीटर और शातिर चोर शौकिन उर्फ कोचिया के रूप में हुई। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि शौकिन उर्फ कोचिया दो—तीन दिनों से बिग मार्केट के ईर्द—गिर्द ही घूम रहा था। वह यहीं घूमकर शराब पी रहा था। उसकी लाश के पास शराब के खाली पव्वे भी मिले है। जिससे यह भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि कोचिया दो—तीन दिन से इसी बेसमेंट में रह रहा था और शराब पी रहा था। आज भी कोचिया शराब लेकर आया और शराब के नशे में पैर फिसलने से वह बेसमेंट में जा गिरा। बेसमेंट में एक कुत्ता सो रहा था। कोचिया उसी पर जाकर गिरा। जिससे कुत्ता घायल हो गया और दर्द के मारे कुत्ता आवाज कर रहा था। इसी आवाज को सुनकर पास पड़ौस के लोग बेसमेंट में पहुंचे थे।

21 मामले दर्ज थे कोचिया पर
आपको बता दें कि शौकीन उर्फ कोचिया झुंझुनूं के चिड़ावा थाने का हिस्ट्रीशीटर था। लेकिन हाल ही में सुलताना थाना खुला तो अब वह सुलताना थाने का हिस्ट्रीशीटर था। साथ मूल रूप से रहने वाला भी सुलताना का ही था। शौकिन उर्फ कोचिया पर विभिन्न थानों में चोरी के मामले दर्ज हैं। शौकिन उर्फ कोचिया को सूरजगढ़ थाने में 2017 में दर्ज मुकदमा संख्या 279 में 3 साल की सजा हुई थी। झुंझुनूं जेल से 25 फरवरी 2023 को शौकिन उर्फ कोचिया को बीकानेर जेल में शिफ्ट किया गया था। शौकिन उर्फ कोचिया 21 जून 2023 को बीकानेर जेल से रिहा हुआ था। शौकिन उर्फ कोचिया पर चोरी का पहला मामला वर्ष 1997 में सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाने में दर्ज हुआ था कोचिया पर चोरी और आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में 21 मामले दर्ज थे।

चेहरा पहचान नहीं पाई पुलिस भी

चिड़ावा में घटनास्थल पर जांच करती पुलिस।

बेसमेंट में काफी ऊंचाई से कोचिया ओंधे मुंह गिरा। जिसके कारण उसके मुंह पर खून आ गया और चेहरा भी गंदा हो गया। जिसके कारण पुलिस भी कोचिया को कंफर्म नहीं पहचान पाई। हालांकि पुलिस को संभावना पूरी थी कि यह कोई और नहीं, बल्कि कोचिया ही है। फिर भी पहले उसके एक रिश्तेदार को बुलाया गया। जिसने भी कोचिया को कंफर्म पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सुलताना से उसके भाई को बुलाया। जिसने कोचिया के शव की शिनाख्त की। अब पुलिस ने उसके भाई को शुक्रवार सुबह नौ बजे बुलाया है। सुबह ही कोचिया के शव का पोस्टमार्टम होगा।

17 महीने में दूसरे हिस्ट्रीशीटर की हादसे में हुई मौत
17 महीने के दरमियान चिड़ावा वृत्त क्षेत्र के दूसरे हिस्ट्रीशीटर शौकिन उर्फ कोचिया की हादसे में मौत हुई है। इससे पहले सितंबर 2022 में चिड़ावा थाने के ओजटू निवासी हिस्ट्रीशीटर संदीप उर्फ मोटिया की मौत टोंक की बनास नदी में डूबने से हुए हादसे में हो गई थी। उस वक्त संदीप उर्फ मोटिया अपने बुआ के बेटे से मिलने के लिए अपने साथी के साथ टोंक गया था।

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