झुंझुनूं। यमुना जल महासंघर्ष समिति झुंझुनूं ने शनिवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मध्यस्थता में राजस्थान व हरियाणा के बीच हुए एमओयू को शेखावाटी की जनता को दिया गया चुनावी झुनझुना बताया है। समिति के प्रवक्ता फूलचंद बरबड़ और रामचंद्र कुलहरि ने बताया कि सन 1994 में हुए समझौते के अनुसार हाइकोर्ट के दखल पर 2019 में बनाई गई झुंझुनूं जिला मय उदयपुरवाटी व खेतड़ी तहसील व राजगढ तहसील की 31000 करोड़ रुपए की 6 पाइपलाइन की डीपीआर को तकनीकी स्वीकृति दी जानी चाहिए थी। नए एमओयू में इसकी बजाय 3 पाइपलाइन की तीन जिलों सीकर, झुंझुनूं व चुरू जिलों की डीपीआर को सिंचाई के पानी के लिए तरस रही कृषि भूमि की सिंचाई के रास्ते बंद कर दिए हैं।
यमुना जल महासंघर्ष समिति झुंझुनूं ने संपूर्ण शेखावाटी क्षेत्र को नई डीपीआर में शामिल करने के लिए ज्यादा पाइपलाइनों के जरिए रकबे की बढोतरी के हिसाब से 1917 क्यूसिक पानी से ज्यादा पानी बढाने की बजाय पानी की मात्रा ही कम कर दी। आगामी 21 फरवरी को अंबेडकर पार्क झुंझुनूं में 11 बजे आंदोलन की आगे की रणनीति बनाने के लिए महासंघर्ष समिति की बैठक का आयोजन किया गया है। आगामी 20 फरवरी को जिले के ग्राम ग्राम में धरना देकर पुरानी डीपीआर की स्वीकृति देने की मांग की जागगी। कार्यक्रम की तैयारी के लिए बने प्रचार दलों में झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र में फूलचंद ढेवा, फूलचंद बर्वर, शीशराम, कामरेड शीशराम, प्रवीण कृष्णियां, विजेंद्र लांबा, रामनिवास बेनीवाल, सहीराम मांजू, मंडावा विधानसभा क्षेत्र में गोकुलचंद सोनी, महिपाल पूनियां, सुमेरसिंह बुडानिया, अरविंद गढवाल, सिंघाना-बुहाना-खेतड़ी-चनाना क्षेत्र में रामचंद्र कुलहरि, ओमप्रकाश झारोड़ा, इंद्राज सिंह चारावास, रामकुमार यादव, मनफूल सिंह, रविंद्र पायल, रोतास काजला, अमरसिंह मान, उम्मेद सिंह मान, अमर सिंह चाहर, सूरजगढ विधानसभा क्षेत्र में बजरंगलाल बराला, जयपाल बसेरा, रामोतार धोलिया, हमीनपुर, नरेश एडवोकेट, राजेश बिजारणियां, सुरेश महला व सुरेंद्र सिंह ने प्रचार कर 20 फरवरी के कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की।