Sunday, February 9, 2025
spot_imgspot_img

Top 5 This Week

spot_img

Related Posts

हरियाणा में भी राजस्थानियों का दबदबा, झारखंड में हुई 46वीं सीनियर नेशनल थ्रो बॉल प्रतियोगिता में दो खिलाड़ियों ने गोल्ड जीते

पिलानी. पांच ही दिन में लाडूंदा गांव में एक बार फिर जश्न का माहौल रहा। खिलाड़ियों की लगातार उपलब्धियों से लाडूंदा गांव का मान बढ रहा है। तो ग्रामीण भी जश्न में झूमते हुए दिखाई दिए। दरअसल हाल ही में झारखंड में आयोजित हुई 46वीं सीनियर नेशनल थ्रो बॉल प्रतियोगिता तथा 31वीं सब जूनियर प्रतियोगिता में क्षेत्र के उदयीमान खिलाड़ियों ने लोहा मनवाते हुए ना केवल अपनी टीम को विजेता बनवाया है। बल्कि खुद भी गोल्ड मैडल जीता है।

पिलानी. गोल्ड मैडल व ट्रॉफी के साथ सब जूनियर हरियाणा टीम के कप्तान लक्ष्य स्वामी।

सीनियर वर्ग में गांव के आकाश कलिया ने बतौर खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मैडल जीता है तो वहीं सब जूनियर प्रतियोगिता में इसी गांव में लक्ष्य स्वामी की कप्तानी ने हरियाणा की टीम ने फाइनल मुकाबले में कर्नाटका की टीम को 2—0 से धूल चटाई। आकाश और लक्ष्य के सोमवार को गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। सैंकड़ों की संख्या में गांव की महिलाएं और पुरूष सुबह लोहारू रेलवे स्टेशन ही पहुंच गए। जहां पर ना केवल आकाश व लक्ष्य का, बल्कि दूदवा गांव के खिलाड़ी अमित तथा हरियाणा के लोकू गांव के खिलाड़ी गौरव का स्वागत किया। इस मौके पर शिक्षाविद् नरेश ठुकराल की अगुवाई में कोच विष्णु विश्नोई के अलावा चार खिलाड़ियों का स्वागत किया गया। इसके बाद परिजन और ग्रामीणों ने आकाश व लक्ष्य को फूल मालाओं से लाद दिया। आकाश को उसके परिजनों ने फॉरच्यूनर गाड़ी के उपर बैठाया तो वहीं लक्ष्य को खुली कैंपर गाड़ी व डीजे के साथ पीपली होते हुए लाडूंदा गांव तक लाया गया। जहां पर ना केवल इन खिलाड़ियों ने, बल्कि महिलाओं ने जमकर डांस किया। आकाश का स्वागत करने वालों में उसके पिता सुनिल, मां सुमन, सरपंच दिलीप स्वामी, शिक्षाविद बलबीर रोहिला, पूर्व सरपंच रामावतार, सुरेश, लेखराम, महावीर, कप्तान, सुभाष, संंजय, मुंशी, सुमेर सिंह कलिया आदि प्रमुख रहे। तो वहीं लक्ष्य का स्वागत करने वालों में सरपंच दिलीप स्वामी, पिता कृष्ण स्वामी, मां सुमन देवी, बहन नेहा, दर्शनादेवी, कैलाश, माड़ू, अशोक, मुनेश देवी आदि प्रमुख रहे। आपको बता दें कि इससे पहले गुरूवार को पांच दिन पहले ही हैदराबाद में आयोजित 10वीं वर्ल्ड स्ट्रेंथ लिफ्टिंग चैंपियनशिप में भूटान और श्रीलंका के खिलाड़ियों को हराकर 76 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मैडल जीतने वाले लाडूंदा गांव के ही कृष्ण स्वामी का गांव पहुंचने पर स्वागत हुआ था। गांव में जश्न का माहौल रहा था। वहीं अब पांचवें दिन एक बार फिर यहां के खिलाड़ियों ने गांव को खुशी मनाने का अवसर दिया है।

आकाश के पिता मिस्त्री, तो मां नरेगा मजदूर

पिलानी. खिलाड़ी आकाश कलिया का स्वागत करते हुए।

आकाश कलिया के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। आकाश अपने पिता सुनिल तथा मां सुमन का इकलौता बेटा है। पिता सुनिल राज मिस्त्री का काम करते है तो मां घर के काम के अलावा नरेगा में मजदूरी करने जाती है। लेकिन वे आकाश को ना केवल एक अच्छी स्कूल में पढा रहे है। बल्कि खेल में आगे बढने के लिए भी प्रोत्साहित कर रहे है। यही कारण है कि आकाश आज नेशनल टीम का हिस्सा बनकर अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर गोल्ड मैडल हासिल करने में कामयाब रहा है।

10 किलोमीटर की दूरी 5 घंटे में हुई तय
खिलाड़ियों की उपलब्धि पर ग्रामीणों में जबरदस्त खुशी देखी गई। बीच रास्ते में भी जगह जगह स्वागत हुआ। आकाश के परिजन हिम्मत सिंह ने बताया कि लोहारू स्टेशन से लाडूंदा गांव की दूरी पीपली होकर करीब 10 किलोमीटर की पड़ती है। इस 10 किलोमीटर की दूरी को पूरा कर आकाश को घर पहुंचने में करीब 5 घंटे का समय लगा।

लक्ष्य रहा टुर्नामेंट का बेस्ट प्लेयर

पिलानी. खिलाड़ी लक्ष्य स्वामी का स्वागत करते परिजन।

हरियाणा की सब जूनियर टीम का नेतृत्व क्षेत्र के लाडूंदा गांव के लक्ष्य स्वामी ने किया। लक्ष्य स्वामी ने फाइनल तक पहुंचने से पहले दो बार मैचों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए बेस्ट प्लेयर का खिताब जीता। तो वहीं टुर्नामेंट का बेस्ट प्लेयर भी लक्ष्य को चुना गया। लक्ष्य ने बताया कि वह आगे के मुकाबले के भी पूरी तरह तैयार है। साथ ही प्रेक्टिस जारी रखेगा। लक्ष्य के पिता कृष्ण किसानी करते है। तो मां सुमन गृहिणी है। बड़ी बहन नेहा है। जो सैकंड ईयर की छात्रा है। लक्ष्य का गांव के लोगों ने स्वागत किया। वहीं लक्ष्य ने बाबा समाधवाला के यहां भी धोक लगाई।

दूदवा में भी जश्न, अमित सिंह भी था हरियाणा की टीम में

पिलानी. दूदवा के खिलाड़ी अमित सिंह मैडल और ट्रॉफी के साथ।

इधर, 46वीं सीनियर नेशनल थ्रो बॉल प्रतियोगिता में हरियाणा की टीम में आकाश के साथ दूदवा गांव का अमित सिंह भी था। जिसे भी परिजन डीजे के साथ विजयी जुलूस के रूप में गांव तक लेकर पहुंचे। किसान रेवत सिंह और गृहिणी मंजू के पुत्र अमित सिंह का दयासिंह, अमीरसिंह, लक्ष्मण सिंह, महिपाल सिंह तथा विक्रम शर्मा आदि ने स्वागत किया। अमित सिंह स्वागत से काफी गदगद नजर आए। उन्हें खुली कैंपर गाड़ी से जुलूस के साथ लाया गया।