झुंझुनूं। यदि हरियाणा से राजस्थान में पेट्रोल डीजल इसी तरह महंगा बिकता रहा तो एक दिन झुंझुनूं के पेट्रोल पंप बंद हो जाएंगे। क्योंकि आज भी झुंझुनूं का हर दूसरा पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर है। यह दावा किया है झुंझुनूं के पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अंकित डैला ने। रविवार को प्रदेशव्यापी आह्वान पर झुंझुनूं के करीब 150 से अधिक पेट्रोल पंप बंद रहे। जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि देर रात वार्ता होने के बाद हड़ताल स्थगित कर दी गई। सोमवार को सभी पेट्रोल पंप खुल गए। इससे पहले रविवार को पेट्रोल पंप संचालकों ने कलेक्ट्रेट पर सांकेतिक धरना दिया। धरने पर प्रदर्शन करते हुए सरकार से तीन सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग की गई। इस मौके पर अध्यक्ष अंकित डैला ने बताया कि हरियाणा से झुंझुनूं में पेट्रोल 13 तो डीजल पांच रूपए प्रति लीटर महंगा है। जिसके कारण झुंझुनूं का व्यापार प्रभावित हो रहा है।
हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि झुंझुनूं के 57 प्रतिशत पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर है। वहीं खेतड़ी, बुहाना, सूरजगढ़ आदि बॉर्डर एरिया के क्षेत्रों में तो कई पंप बंद हो भी चुके है। उन्होंने कहा कि वेट विसंगति के कारण हालात खराब हो रहे है। इसके अलावा सात सालों से पेट्रोल पंप संचालकों का कमिशन भी नहीं बढाया गया है। जबकि महंगाई अपने चरम पर है। डैला ने इन दो मांगों के अलावा ल्यूब्रिकेंट्स को भी जबरदस्ती बेचने का आरोप तेल कंपनियों पर लगाया है। उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां मार्केट से कहीं महंगा ल्यूब्रिकेंट्स पंप मालिकों को दे देती है। जिसे जबरदस्ती बेचने का दबाव डाला जाता है। कई बार तो ये ल्यूब्रिकेंट्स खराब हो जाते हैं। जिसका नुकसान भी पंप मालिकों को ही उठाना पड़ता है।
इधर, बंद रहे जिले के 150 पेट्रोल पंप, बैरंग लौटे वाहन चालक
इधर, पेट्रोल पंपों की प्रदेशव्यापी हड़ताल का असर झुंझुनूं में भी देखने को मिल रहा है। रविवार सुबह छह बजे से झुंझुनूं जिले में संचालित करीब 150 पेट्रोल पंप बंद रहे। इससे पहले पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने कलेक्टर और एसपी को लिखित में हड़ताल की जानकारी दे दी थी। पेट्रोल पंप मालिक अकबर गहलोत ने बताया कि पिछले कई सालों से पेट्रोल—डीजल की कीमतों में बेहताहाशा वृद्धि हुई है। लेकिन पेट्रोल पंपों का कमिशन नहीं बढाया गया है। इसके अलावा राजस्थान में अधिक वेट होने के कारण यहां का व्यापार भी दिनों दिन कम होता जा रहा है। जबकि पास पड़ौस के राज्यों का व्यापार बढ रहा है। जिसके कारण पेट्रोल पंप मालिकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
देर राता वार्ता में मांगों पर बनी सहमति
पेट्रोल पंप संचालकों की देर रात तक सरकार से वार्ता चली। इसके बाद मांगों पर सहमति बनने पर हड़ताल स्थगित करने की घोषणा कर दी गई। इसके तहत सोमवार सुबह से पेट्रोल पंप खोल दिए गए।