नवलगढ़। झुंझुनूं सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने मंगलवार को जिला प्रभारी सचिव और जिला कलेक्टर के निर्देशों की पालना में नवलगढ़ कस्बे के चार निजी लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में शिव डायग्नोस्टिक और रामा लेबोर्टरी बिना रजिस्ट्रेशन के मिली। जबकि डॉ. देव्स पेथ लैब और पूजा डायग्नोस्टिक सेंटर ने रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन तो कर दिया। लेकिन दोनों सेंटरों पर क्लिनिकल एस्टेब्लिसमेंट एक्ट के न्यूनतम मानकों के अनुरूप कार्य नहीं मिला। दोनों लैब में एलटी और चिकित्सक अनुपस्थित मिले। निरीक्षण किए गए चारों सेंटरों को मौके पर ही नोटिस जारी किए गए।
साथ ही जिला रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी के अनुमोदन के बाद जुर्माना लगाया जाएगा। सीएमएचओ डॉ. डांगी बताया कि पहली बार एक्ट का उल्लंघन करने पर 50 हजार तक का जुर्माना जिला रजिस्ट्रीकरण प्राधिकरण लगा सकती है। साथ ही दूसरी बार उल्लंघन करने पर 2 लाख तक और बार बार अपराध की पुनरावृत्ति करने पर 5 लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। सीएमएचओ डॉ. डांगी ने पुनः अपील करते हुए कहा कि जिस नैदानिक स्थापना यथा अस्पताल, क्लिनिक,लेबोरेट्री ने अभी तक एक्ट में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है। वो जुर्माना और कार्यवाही से बचने के लिए अविलंब पंजीयन करवा लें। अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहे। सीएमएचओ डॉ. डांगी ने बताया कि एक्ट के तहत सभी लैब और अस्पताल को तीन साल तक रिकॉर्ड सुरक्षित रखने का प्रावधान है। जिसकी पालना सभी लैब और अस्पताल को करनी होगी। किसी लैब संचालक की सरकारी चिकित्सकों के साथ मिलीभगत पाई गई तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के दौरान नवलगढ़ बीसीएमओ डॉ. प्रहलाद भी मौजूद रहे।
देसूसर में मौके पर ही पेयजल समस्या दुरुस्त करवाई

ग्राम पंचायत प्रतापपुरा और माखर में पेयजल समस्या समाधान शिविर लगाए गए। इस दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता (जल जीवन मिशन) महेंद्र वर्मा ने टीम के साथ विभिन्न गांवों का दौरा किया। प्रतापपुरा के देसूसर गांव में ग्रामीणों ने जाहिर की पेयजल समस्या को देखते हुए अधीक्षण अभियंता ने मौके पर ही कर्मचारियों को बुलाकर दुरुस्त करवाया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से जनसुनवाई भी की। इस दौरान उनके साथ प्रोजेक्ट मैनेजर विकास अग्रवाल, एईण्न सुमित, जेईएन अनूप ढ़ाका एवं ग्राम विकास अधिकारी पीयूष भारद्वाज भी मौजूद रहे।