Wednesday, February 12, 2025
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साथ नाच रहे थे, छोटी सी बात पर झगड़े और गुस्से में बोलेरो दौड़ाई तो एक कुचला, तीन घायल

सूरजगढ़ । क्षेत्र के जीणी में बुधवार की रात शादी समारोह के दौरान ढुकाव में नाचने की बात को लेकर बाराती ही आपस में झगड़ पड़े। विवाद इतना बढ़ गया कि बारात में शामिल एक बोलेरो चालक ने गुस्से में ढुकाव में नाच रहे बारातियों पर ही अपनी कार चढ़ा दी। इससे एक बाराती की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। बारात चिड़ावा इलाके के नरहड़ गांव से सूरजगढ़ इलाके के जीणी आई थी। हादसे में कुचला गया युवक दूल्हे के जीजा का दोस्त बताया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार नरहड़ के भानसिंह मेघवाल के पुत्र कपिल की बारात जीणी में जोहड़ के पास मेघवाल बस्ती में किशोरी लाल मेघवाल के घर आई थी। रात करीब सवा दस बजे ढुकाव निकल रहा था और डीजे पर बाराती नाच रहे थे। इसी दौरान बारात में शामिल नरहड़ के विवेक पुत्र महेंद्र सेन, नितेश पुत्र कर्ण सिंह मेघवाल, अरविंद पुत्र शेर सिंह मेघवाल व तीन चार अन्य युवक बोलेरो में सवार होकर आए और बोलेरो को ढुकाव पर नाच रहे बारातियों पर चढ़ा दिया। जिससे भापर निवासी विजय सिंह (36) पुत्र लीलाधर नायक सहित चार बाराती घायल हो गए। घायलों को बारात में शामिल अन्य गाड़ियों से पिलानी के अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से विजय को रैफर करने पर परिजन उसे हिसार ले जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। जबकि दूसरे घायल बाराती नरहड़ निवासी सुनील मेघवाल को सीकर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक के परिजनों द्वारा पुलिस में रिपोर्ट दिए जाने के बाद गुरुवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। चिड़ावा डीएसपी विकास धिंधवाल व एसएचओ सुखदेव सिंह ने घटनास्थल पहुंचकर जांच पड़ताल व घटना के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली। वहीं पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दोस्त के कहने पर उसके साले की बारात में गया था विजय ::
भापर निवासी मृतक विजय अपने दोस्त के कहने पर उसके साले की शादी में शामिल होने गया था। जानकारी के अनुसार भापर निवासी चंद्रभान मेघवाल व विजय आपस में दोस्त थे। चंद्रभान के कहने पर ही विजय उसके साथ उसके साले नरहड़ निवासी कपिल की शादी में शामिल होने नरहड़ गया था और वहां से बारात में जीणी आया था। मृतक विजय के छोटी छोटी चार बेटियां हैं। जिनके सिर से पिता का साया उठ गया। विजय मजदूरी कर अपना परिवार पाल रहा था। अब परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया।