Sunday, February 9, 2025
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संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए अन्याय को लेकर आगे आईं विद्यार्थी परिषद की छात्राएं, राष्ट्रपति से न्याय की गुहार लगाई

झुंझुनूं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। नगर मंत्री ललित सैनी ने बताया कि जिला संयोजक पंकज तंवर के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में राज्य सरकार संरक्षित अपराधियों द्वारा महिलाओं के साथ किए गए जघन्य अपराधों के संदर्भ में नेतराम मघराज टीबड़ेवाल राजकीय महाविद्यालय में प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। जिला संयोजक पंकज तंवर ने बताया कि विगत कुछ वर्षों से पश्चिम बंगाल के उत्तर चौबीस परगना जिले के संदेश खाली क्षेत्र की महिलाओं के साथ यौन शोषण, उनकी सामूहिक अस्मिता का हनन एवं उनके परिवारों पर सुनियोजित अत्याचार राज्य सरकार द्वारा संरक्षित अपराधियों द्वारा किया जा रहा है। एबीवीपी मानवता को शर्मसार करने वाली संदेशखाली घटना से आहत है एवं इसकी कठोरतम भर्त्सना करती है। इकाई अध्यक्ष अनिता ने बताया कि राज्य की पुलिस उचित कानूनी कार्रवाई करने में विफल रही है। इसलिए एबीवीपी की यह मांग है कि इन महिलाओं को न्याय दिलाने में राष्ट्रपति द्वारा हस्तक्षेप किया जाए।

न्याय की इस मुहिम में राज्यपाल, राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के हस्तक्षेप का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आपसे यह निवेदन किया है कि राज्य सरकार की संलिप्तता को ध्यान में रखते हुए संदेशखाली के पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच केंद्रीय एजेंसी द्वारा कराई जाए एवं दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई की जाए। संदेशखाली की महिलाओं के ऊपर हो रही हिंसा एवं उनकी सामूहिक अस्मिता के हनन पर अविलंब अंकुश लगाया जाए। महिलाओं के ऊपर हुई हिंसा एवं दुराचार की घटनाओं की वास्तविकता को निर्भयतापूर्वक शासन, प्रशासन एवं न्यायिक संस्थाओं तक पहुंचाने हेतु हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया जाना चाहिए। न्याय की सुगमता हेतु पीड़ित महिलाओं को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान कराई जाए।

वर्षों के मानसिक शोषण से धीरे-धीरे उबरने के लिए इन महिलाओं को मनोचिकित्सकों द्वारा परामर्श सत्रों की भी सुविधा प्रदान की जानी चाहिए। भय मुक्त संदेशखाली बनाने में केंद्रीय बलों की प्रति नियुक्ति की जाए ताकि परिवारों के पलायन पर विराम लगाया जा सके। एबीवीपी यह मांग करती है कि उन सभी साधनों एवं तंत्रों की सुनिश्चितता की जाए। जिससे संदेशखाली की महिलाओं को न्याय मिल सके। इस मौके पर भरत शर्मा, प्रवीण कुमार, उमेश राजौरिया, विजय लक्ष्मी, ज्योति कंवर, खुशबू, गौरी, श्वेता, सिया, सपना, दीपिका, कंचन, ज्योति, पायल, समेत विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता एवं छात्राएं मौजूद रहे।