सूरजगढ़। उपखंड क्षेत्र के स्यालू कलां गांव में मंगलवार को लाडले भारतीय सेना के गोला बारूद डिपो में सेवारत जवान नंदूसिंह को नम आंखों से विदाई दी। नंदू सिंह को एक शहीद की तरह अंतिम विदाई दी गई। जिसमें बड़ी संख्या में युवा तिरंगा रैली लेकर शामिल हुए और भारत मां की जय और नंदू सिंह अमर रहे के नारे लगाए। नंदू सिंह की अंतिम यात्रा से पहले करीब चार घंटे तक विवाद भी चला। जिसके चलते घरडू चौराहे पर परिवारजन, ग्रामीणों ने सीकर—लोहारू स्टेट हाइवे को जाम रखा। दरअसल ग्रामीण नंदू सिंह की पार्थिव देह आर्मी के वाहन की बजाय एक साधारण एंबुलेंस में लाने, नंदू सिंह की पार्थिव देह पर तिरंगा ना होने, नंदू सिंह को शहीद का दर्जा देने तथा नंदू सिंह पर हादसे को लेकर लेह लद्दाख में कथित एक एफआईआर को निरस्त करने की मांग को लेकर आक्रोशित हो गए और जाम लगा दिया।
इसके बाद पुलिस, प्रशासन और आर्मी के अधिकारियों ने एक—एक कर सभी डिमांड पर ग्रामीणों की शंकाओं को साफ किया। उन्होंने बताया कि जो एफआईआर लेह लद्दाख में हादसे को लेकर दर्ज हुई है। वो नंदू सिंह पर नहीं है। बल्कि एक साधारण रिपोर्ट है। जो उस हादसे को लेकर दर्ज करवाई है। वहीं नंदू सिंह के परिवार को ना केवल आर्मी बल्कि केंद्र और राज्य सरकार से करीब 90 लाख रूपए की सहायता मिलेगी। वहीं नंदू सिंह वीरगति को प्राप्त हुए है। जिनका सम्मान पूरी आर्मी और हर व्यक्ति करता है। इस स्थिति को साफ होने के बाद नंदू सिंह की पार्थिव देह उनके गांव स्यालू कलां ले जाई गई। जहां पर गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर सूरजगढ़ विधायक श्रवण कुमार, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, भाजपा नेता राजेश दहिया, सूरजगढ़ प्रधान बलवान सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता तन्मय अहलावत, विकास भालोठिया, पार्षद नरेंद्र शेखावत, पंचायत समिति सदस्य सोमवीर लांबा, एडवोकेट शिवराजसिंह राठौड़, पूर्व पार्षद बाबूलाल चेतीवाल, एबीवीपी के विभाग संगठन मंत्री शमशेर सिंह चौहान, करणी सेना जिला अध्यक्ष रणजीत सिंह जाखोद, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष संजय गोयल, सुनील पालीवाल, मनोज शर्मा, सरपंच प्रतिनिधि बलीसिंह उरीका, सरपंच रामकिशन ढाढोत, सरपंच ईश्वर सिंह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सुरेश कुमार जांगिड़, सूरजगढ़ एसडीएम दयानंद रूयल, चिड़ावा डिप्टी एसपी विकास धींधवाल, तहसीलदार चंद्रशेखर यादव, थानाधिकारी सुखदेव सिंह चारण समेत अन्य जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
आपको बता दें कि स्यालू कलां निवासी नंदू सिंह 30 मार्च 2023 को सेना के गोला बारूद डिपो में ट्रेड्समैन मेट के पद पर ज्वाइन किया था और वे लेह लद्दाख में आर्मी के गोला बारूद डिपो में तैनात थे। गोला बारूद डिपो में बम विस्फोट में 8 मई को नंदू सिंह घायल हो गए थे। उसके बाद नंदू सिंह को चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर सोमवार को नंदू सिंह ने अंतिम सांस ली। नंदू सिंह सूरजगढ़ कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुके है। वहीं एबीवीपी के कार्यकर्ता के तौर पर भी उन्होंने संगठन का काम किया था।
4 घंटे सड़क पर रहा जाम, वाहनों की लगी लंबी कतार

आर्मी जवान नंदू सिंह पार्थिव देह सेना की गाड़ी की बजाय एम्बुलेंस से पहुंचने के बाद तिरंगा रैली के साथ जवान नंदू सिंह की पार्थिव देह को सूरजगढ़ से लेने आए ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सूरजगढ़ के घरडू चौराहे पर ग्रामीणों ने जवान नंदू सिंह को शहीद का दर्जा देने और उनकी पार्थिव देह को तिरंगे के साथ सेना की गाड़ी में गांव तक ले जाने की मांग को लेकर सीकर-लोहारू मार्ग पर जाम लगा दिया। चार घंटे हाईवे पर जाम लगने की वजह से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। इधर, जाम का असर चिड़ावा में भी देखने को मिला सूरजगढ़ में लोहारू—सीकर स्टेट हाइवे को ग्रामीणों ने जाम करने के बाद सूरजगढ़ होकर लोहारू जाने वाली रोड पर पुलिस ने वाहनों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है। चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल के निर्देश पर चिड़ावा पुलिस ने सूरजगढ़—लोहारू रोड पर आने वाले वाहनों को रोक दिया है और उन्हें दूसरे रास्ते से रवाना करना शुरू कर दिया है। क्योंकि सूरजगढ़ के घरडू चौराहे के पास सैंकड़ों की संख्या में वाहन जाम में फंस गए थे। ऐसे में और वाहन इस जाम में ना फंसे। इसलिए एतिहातन तौर पर ये निर्णय लिया गया।