नवलगढ़। जांगिड़ अस्पताल परिसर में विश्वकर्मा जयंती पर अलॉयंस क्लब द्वारा समाज के प्रबुद्धजनों को नानकराम लदोया स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. दयाशंकर जांगिड़ ने की तथा मुख्य अतिथि बाय सरपंच तारा पूनियां थी। विशिष्ट अतिथि प्रांतपाल जगदीशप्रसाद जांगिड़, इंजीनियर भंवरलाल जांगिड़, वरिष्ठ एडवोकेट अशोक जांगिड़, कैलाश जांगिड़ अध्यक्ष व्यापार परिषद घूमचक्कर, स्काउट गाइड के ट्रेनर प्रहलाद राय जांगिड़ थे।
प्रारंभ में अतिथियों द्वारा विश्वकर्मा की फोटो पर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। सभी ने विश्वकर्मा की आरती पाठ किया। डाॅ. जांगिड़ ने बताया कि आदिकाल से विश्वकर्मा देवताओं के शिल्पकार रहे हैं। कला कौशल व निर्माण के देवता के वंशजों द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति का निर्माण करवाया तथा नई लोकसभा के निर्माण में भी मुख्य तथा अयोध्या में राममंदिर के निर्माण में भी विश्वकर्मा के वंशजों की भूमिका रही है। शेखावाटी में हवेलियों की भिति चित्र व काष्ठकला को देखने पर्यटक आते हैं। जिसमें भामाशाहों के साथ साथ विश्वकर्मा वंशजों का सहयोग है। बाय निवासी मुंबई प्रवासी स्वर्गीय नानगराम लदोया मेरे ससुर समाजसेवी व उत्कृष्ट कलाकार थे। मुंबई मे उन्होंने फिल्मीस्तान स्टूडियो में अपनी कला का प्रदर्शन किया और नागिन व अनारकली जैसी फिल्मों मे आर्ट डाइरेक्टर की भूमिका निभाई। आपकी संतानों ने भी बच्चों को चिकित्सक इंजीनियर वकील कलाकार बनाया।
आपकी स्मृति में प्रतिवर्ष चिकित्सा स्वास्थ्य समाजसेवी विद्यार्थियों का सम्मान किया जाता है। आज इस उत्सव पर वरिष्ठ सेवानिवृत इंजीनियर भंवरलाल जांगिड़, इंजीनियर दिनेश जांगिड़, इंजीनियर योगेश जांगिड़, इंजीनियर विकास जांगिड़ झाझड़ तथा समाजसेवी कैलाश जांगिड़ विनायक, जगदीश जांगिड़ को समाजसेवा तथा श्यामलाल जांगिड़ को काष्ठ कला में प्रवीण होने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ एडवोकेट अशोक जांगिड़, शिवकुमार जांगिड़, किशोर जांगिड़, मोरवी जांगिड़ एलएलएम, पंकज लदोया तथा मुकेश लदोया युवा वकीलों को सम्मानित किया गया। अतिथियों द्वारा भगवान विश्वकर्मा की महिमा बताई गई। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी विश्वकर्मा वंशियों के लिए बहुत सी लाभकारी योजनाए प्रारंभ की है।
यह बहुत खुशी की बात है। तारा पूनियां ने अपने उदबोधन में कहा कि उनके ससुर प्रसिद्ध स्वतंत्रता सैनानी स्व. रामेश्वर चैधरी उनके धर्मभाई थे। हमारा भी इस परिवार से निरंतर संपर्क बना रहा है। कार्यक्रम में डाॅ. मनीष, डाॅ. मिनाक्षी, सरोज जांगिड़, डाॅ. शिखरचंद जैन, रमाकांत सोनी, जनार्दन घोड़ेला, सीताराम घोड़ेला, संपत जांगिड़, डाॅ. कैलाश शर्मा, रिद्धकरण बासोतिया, पंकज शाह, जयराम जांगिड़, शोयब लंगा, नेकीराम पूनियां, विनोद पूनियां, गंगाधर मील सहित जांगिड़ अस्पताल के स्टाफ ने भाग लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन कवि रमाकांत सोनी ने किया।