Wednesday, February 12, 2025
spot_imgspot_img

Top 5 This Week

spot_img

Related Posts

विधानसभा में बोले खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर, अपनी ही सरकार के अभियान पर उठाए सवाल

झुंझुनूं। विधानसभा में गुरुवार को पर्ची से उठाए गए मुद्दे में खेतड़ी विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर का नंबर आया तो उन्होंने अपने ही सरकार द्वारा चलाए गए दो अभियानों पर सवाल खड़े कर दिए। इस पर पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने भी देर किए बगैर सोशल मीडिया पर इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर का वीडियो शेयर कर चुटकी ली और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को टैग करते हुए कार्रवाई की मांग की। दरअसल खेतड़ी विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने अपने राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी बसपा से प्रत्याशी रहे मनोज घुमरिया का नाम लिए बगैर उनके और उनके परिवार की तीन कंपनियों का नाम विधानसभा में लिया। साथ ही इन कंपनियों पर कार्रवाई ना होने की बात कही।

इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार ने 15 जनवरी से 31 जनवरी 2024 तथा डीजीपी के निर्देश पर 14 जून से 24 जून 2024 में अवैध खनन, ओवरलोड वाहनों और बजरी माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया गया। खेतड़ी विधानसभा में खूब चालान काटे गए लेकिन विडंबना है कि खेतड़ी और नीम का थाना क्षेत्र में राजनैतिक रसूख रखने वाले। जिनके भ्राता राजस्थान पुलिस में एडीजी है। उनके चार इतने बड़े क्रेशर है। एक हजार ट्रेलर और डंपर चलते हैं। लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है। इनके खिलाफ एक सिंगल चालान भी नहीं हुआ। कई हेक्टेयर में इन्होंने अवैध खनन कर रखा है। इनकी कंपनी श्याम एसोसिएशन संजय नगर, जगदम्बा ग्रेनाइट और मार्बल मेहाड़ा रोड गौरीर तथा जगदम्बा ग्रेनाइट और मार्बल डोकन पाटन नीमकाथाना में है। इनके ओवरलोड डंपर चलते है। कई हेक्टयेर में अवैध खनन कर रखा है। लेकिन वन विभाग, खान विभाग और पुलिस ने एक चालान तक नहीं किया। एक गरीब व्यक्ति एक डंपर चलाकर पेट पालता है। उसके चार—चार, पांच—पांच चालान हुए है। इसलिए अतिशीघ्र कार्रवाई की जाए।

मनोज घुमरिया ने दी थी टक्कर, उनकी ही कंपनी है सभी
दरअसल खेतड़ी विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने तो सदन में नाम नहीं लिया। लेकिन जिन कंपनियों का जिक्र किया है। वो बसपा से खेतड़ी विधानसभा का चुनाव लड़े मनोज घुमरिया और उनके परिवार की है। 2023 के चुनावों में मनोज घुमरिया ने ही इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर को तगड़ी चुनौती दी थी। महज 9114 वोटों से मनोज घुमरिया बसपा की टिकट पर चुनाव हार गए थे। कांग्रेस से मनीषा गुर्जर प्रधान ने चुनाव लड़ा था। जिनका तीसरा नंबर रहा। मनोज घुमरिया के भाई हवासिंह घुमरिया राजस्थान पुलिस में एडीजी है। धर्मपाल गुर्जर ने हालांकि सदन में मनोज घुमरिया और उनके भाई हवासिंह घुमरिया का नाम नहीं लिया। लेकिन उनकी कंपनियों का नाम लेकर और भाई एडीजी है। बोलकर सीधा सीधा हमला किया।

सदन में गूंजा सेम-सेम, डोटासरा ने वीडियो किया शेयर

सोशल मीडिया पर पीसीसी चीफ डोटासरा का बयान

राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही अवैध खनन के खिलाफ अभियान शुरू किया गया था। जब खेतड़ी विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर सदन में बोल रहे थे और अभियान के दौरान घुमरिया के क्रेशर, डंपर व ट्रेलर पर कार्रवाई ना होने की बात कह रहे थे। तो कांग्रेस की लॉबी से सेम—सेम की आवाज सुनाई दी। विधानसभा अध्यक्षा वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के सदस्यों को रोका। जिसके बाद धर्मपाल गुर्जर अपनी बात पूरी रख पाए। इधर, सदन में धर्मपाल गुर्जर द्वारा रखी गई मांग और अभियान की खोली गई पोल पर पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने एक वीडियो शेयर किया। जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सोशल मीडिया अकाउंट को टैग करते हुए लिखा है कि ‘खेतड़ी से भाजपा विधायक श्री धर्मपाल जी ने अपनी ही भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार का गंभीर मामला उजागर किया है। आज विधानसभा में धर्मपाल जी ने पुलिस के आला अधिकारी पर सत्ता के रसूखदार नेताओं और बजरी माफियाओं की सांठगांठ से अवैध खनन का गंभीर आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी से अपेक्षित है कि सरकार और बजरी माफियाओं की इस मिलीभगत की जांच कर अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।’

Previous article