झुंझुनूं। डूंडलोद शिक्षण संस्थान डूंडलोद द्वारा संचालित डूंडलोद पब्लिक स्कूल झुंझुनूं के मंडावा रोड स्थित कैंपस में रविवार को वार्षिकोत्सव स्पंदन-2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीकर रेंज आईजी सत्येंद्र सिंह थे। जबकि अध्यक्षता पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक देवेंद्र चौधरी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मनोज ढाका व सैनिक स्कूल दोरासर के प्रशासकीय अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अजीत सिंह थे। कार्यक्रम का आरंभ भगवान श्रीगणेश और मां सरस्वती की वंदना से किया गया।
इस मौके पर बोलते हुए मुख्य अतिथि आईजी सत्येंद्र सिंह ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में बच्चों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए भारतीय संस्कार को अपनाते हुए चारित्रिक विकास और ज्ञान की आवश्यकता है। शिक्षक एक राष्ट्र निर्माता की भूमिका है। इसलिए वे भी भारतीय परंपरा, संस्कृति और संस्कारों को ध्यान में रखते हुए ऐसा भविष्य तैयार करें। जो राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित हो। इससे पहले डूंडलोद शिक्षण संस्थान डूंडलोद के सचिव बीएल रणवां ने अतिथियों का स्वागत किया। स्कूल प्रिंसिपल डॉ. सतबीर सिंह ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके पर डूंडलोद शिक्षण संस्थान डूंडलोद के पदाधिकारी सुलतान सिंह, रामकुमार सिंह, बीएल रणवां, राहुल रणवां, आशा रणवां, सदस्य मालाराम व सुभाष आदि मौजूद थे।
550 विद्यार्थियों ने दी परफोरमेंस
स्कूल के नर्सरी से लेकर 12वीं तक के करीब 550 विद्यार्थियों ने वार्षिकोत्सव में अपनी प्रस्तुतियां दी। स्कूल प्रिंसिपल सतवीर सिंह ने बताया कि स्कूल में कुल 1400 के करीब विद्यार्थी है। इनमें से 550 विद्यार्थियों ने मंच पर पहुंचकर अपनी प्रतिभा दिखाई। स्कूल का लगभग हर दूसरा विद्यार्थी मंच पर पहुंचा और उसने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर हमारा स्वप्न स्वच्छ भारत, अनेकता में एकता, एक भारत श्रेष्ठ भारत देशभक्ति, सोशल मीडिया के दुष्परिणाम, पेड़-पौधों एवं जानवरों की रक्षा तथा वर्तमान भारत, के बदलते स्वरूप की कलाकृति, गायन, प्रदर्शनी आदि के माध्यम से दर्शाया गया तथा बेहतरीन प्रस्तुति दी।
150 से अधिक टीचर-स्टूडेंट्स पुरस्कृत, इनमें 16 को मिल केश प्राइज

कार्यक्रम में स्कूल के 150 से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों को उनके शैक्षिक व सह शैक्षिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर पुरस्कृत किया गया। वहीं सात टीचर्स और नौ स्टूडेंट्स को डूंडलोद शिक्षण संस्थान डूंडलोद की ओर से कैश प्राइज भी दिया गया। इनमें शिक्षिका अनिता शर्मा, प्रिंसिपल डॉ. सतवीर सिंह, हरिसिंह धींवा, सुभाषचंद्र, अवध नारायण शुक्ला, हरिकेश कुमार व अमित हलवाई तथा छात्रा सेलिना दहिया, रोनक झाझड़िया, मृदुल जांगिड़, मोहित कुमावत, अक्षत, अभिजीत पूनियां, हिमांशु, ऋषिता चौधरी तथा स्वाति शामिल है। इसके अलावा सीसीए चैंपियनशिप की ट्रॉफी ब्लू हाउस को दी गई। जिसका पुरस्कार हाऊस मास्टर बृजेश सिंह राठौड़ ने प्राप्त किया। वहीं बेस्ट क्लास क्लीनेस अवार्ड कक्षा सातवीं ए1 की टीचर सुमन चौहान तथा कक्षा 12वीं के टीचर सुभाषचंद्र को दिया गया। कार्यक्रम में विभिन्न कक्षाओं में प्रथम रहने वाले 35 विद्यार्थियों को, 100 प्रतिशत उपस्थिति वाले 18, बेस्ट म्यूजिशियन तथा आर्टिस्ट श्रेणी में 8, डिस्पले बोर्ड कंपीटीशन के 13 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा 10-10 बेस्ट मॉनिटर व बेस्ट प्रीफेक्ट के पुरस्कार दिए गए। वहीं बडिंग साइंटिस्ट का अवार्ड कक्षा नौंवीं ए1 के यश कुमावत, बडिंग राइटर का अवार्ड कक्षा आठवीं ए1 की स्निगधा तथा बेस्ट ऑरटर का अवार्ड कक्षा नौ ए1 की कशिश, हैनी, कक्षा 10 ए1 की अविशा चौधरी व तानेया को दिया गया।
शिक्षा के मंदिर में बच्चों ने बनाया राम मंदिर और लोकतंत्र के मंदिर का मॉडल

वार्षिकोत्सव को लेकर बच्चों ने आने वाले अभिभावकों, अतिथियों को अपनी ओर प्रभावित किया। शिक्षा के मंदिर के रूप में पहचाने जाने वाले स्कूल कैम्पस में अयोध्या में बने राम मंदिर के अलावा सेंट्रल विस्टा का मॉडल बनाकर प्रदर्शित किया। जो आकर्षण का केंद्र रहा। काफी लोगों ने इन मॉडलों के साथ सेल्फी ली और इस प्रयास की सराहना की। वहीं स्कूली बच्चों द्वारा बनाए गए अन्य मॉडलों की भी अलग से प्रदर्शनी लगाई गई।
एक साल में पूरा किया वादा, ऑडिटोरियम बनाया
इस मौके पर डूंडलोद शिक्षण संस्थान के सचिव बीएल रणवां ने पिछले साल वार्षिकोत्सव में अपने किए हुए वादे को भी पूरा किया। रविवार को स्कूल में नवनिर्मित ऑडिटोरियम का ना केवल उद्घाटन किया गया, बल्कि इसी ऑडिटोरियम में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया। दरअसल पिछले साल जब वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया था, उस दिन जमकर बारिश हुई तभी कार्यक्रम में बीएल रणवां ने घोषणा की थी कि अगले साल तक वे बच्चों के लिए ऑडिटोरियम बना देंगे। ताकि इनडोर गेम्स का भी आयोजन किया जा सके। पूरे एक साल बाद रविवार को इस वार्षिकोत्सव पर इस ऑडिटोरियम का उद्घाटन किया गया।