झुंझुनूं। माननीय स्थायी एवं अनवरत लोक अदालत जिला झुंझुनंू द्वारा गत 18 महीने के लिए जिले के तीन निकाय नगर परिषद झुंझुनूं और नगर पालिका मंडावा तथा नवलगढ़ के लिए न्याय मित्र नियुक्त किए गए पूर्व सभापति डूंगरपुर और वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) राजस्थान सरकार प्रदेश समन्वयक केके गुप्ता का न्याय मित्र पद पर कार्यकाल आगामी एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
माननीय न्यायालय द्वारा जारी आदेश में यह भी विशेष करके उल्लेखित किया गया है कि न्याय मित्र गुप्ता द्वारा तीनों निकाय क्षेत्रों में पूर्व में किए गए सघन निरीक्षण और पर्यवेक्षण के दौरान कतिपय अधिकारियों और कार्मिकों द्वारा उन्हें राजकीय कार्यों में सहयोग नहीं प्रदान किया गया था। ऐसे संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही करके आगामी 28 मार्च तक माननीय न्यायालय को सूचित करने के लिए जिला कलेक्टर झुंझुनूं को पाबंद भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि, न्याय मित्र गुप्ता द्वारा निकाय झुंझुनूं, नवलगढ़ और मंडावा में स्वच्छ भारत मिशन सहित अतिक्रमण से मुक्ति, मुख्य बाजारों की सड़कों की मरम्मत, बाग बगीचों का सौंदर्यकरण, खुले में घूमते पशुओं की रोकथाम, पौधारोपण आदि घटक पर कार्य करने के लिए माननीय न्यायालय द्वारा दायित्व प्रदान किया गया था। इसका निर्वहन करते हुए न्याय मित्र गुप्ता द्वारा तीनों निकायों में स्थित मुख्य बाजार, पर्यटन, धार्मिक क्षेत्र सहित वार्डांे का सघन निरीक्षण किया गया था।
उस दौरान नगर निकाय झुंझुनूं और नगर निकाय मंडावा के कुछ अधिकारियों द्वारा, जो कि स्वच्छ भारत मिशन में जिम्मेदार पद पर बैठे हुए थे। उनके द्वारा न्याय मित्र गुप्ता के निरीक्षण के दौरान जान बूझकर अनुपस्थिति रही थी और राजकीय कार्य में लापरवाही मानते हुए न्याय मित्र गुप्ता ने माननीय न्यायालय को इस संबंध में रिपोर्ट भी प्रस्तुत की थी। न्याय मित्र गुप्ता ने यह भी कहा कि निरीक्षण के दौरान बहुत प्रकार की अनियमिताएं देखने को मिली थी। जगह-जगह कचरा के ढेर, जानवर खुले में घूम रहे थे। जिससे यातायात भी बाधित हो रहा था। प्रत्येक गली मोहल्ले की नालियां गंदे पानी और मलबे से भरी हुई थी। बरसात के मौसम में नालियां अवरुद्ध होकर पानी सड़क पर जमा हो रहा था। जिससे मच्छर पनप रहे थे। जोकि लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। न्याय मित्र गुप्ता ने कहा कि, पूर्व में मैं न्याय मित्र अवश्य था, परंतु अधिकारियों एवं कर्मचारियों में भय नहीं था। परंतु अभी माननीय न्यायालय द्वारा जो आदेश जारी किए गए है। उसमें जिला कलेक्टर को निर्देशित करते हुए शासन सचिव व निदेशक स्वायत शासन विभाग जयपुर को लिखा गया न्याय मित्र को सहयोग न करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर न्यायालय को अवगत करवाएं। झुंझुनूं, नवलगढ़ एवं मंडावा जो धार्मिक एवं पर्यटक नगरी है। बहुत जल्दी बदलाव नजर आने लग जाएगा तथा जो गलत कार्य मिलीभगत कर किए जा रहे है। उन पर अवश्य रोक लगेगी तथा पूर्व में जो भी गलत कार्य एवं स्वच्छ भारत मिशन की राशि का दुरुपयोग किया गया था। उसमें दोषी अधिकारियों के विरुद्ध होगी। कार्यवाही तथा हवेलियों से छेड़छाड़, अतिक्रमणियों एवं मिलीगभत कार्यों की शिकायत पूर्व में ही माननीय न्यायालय को दी जा चुकी है। जांच प्रस्तावित है। निकायों का प्रथम दायित्व स्वच्छता है।
परंतु अधिकारी मूल कामों से भटककर अवैध कामों में लग रहे है। जबकि स्वच्छता हमारा राष्ट्रीय मिशन हैं तथा देश की समृधि एवं विकास की जड़ हैं। माननीय न्यायालय द्वारा एक वर्ष का कार्यकाल बढाकर जो विश्वास मुझ पर किया है उस कसौटी में खरा उतरने का पूरा-पूरा प्रयास करूंगा। न्याय मित्र गुप्ता का कहना है कि किसी भी निकाय का प्रथम दायित्व होता है कि वहां स्थित धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थलों को स्वच्छ और सुंदर रखा जाए। क्योंकि, वहां पर श्रद्धालु और पर्यटक सर्वाधिक आते हैं और यदि ऐसे स्थान पर गंदगी और कचरा पड़ा रहेगा। तो वहां आने वाले लोग भी उसे क्षेत्र के संबंध में नकारात्मक छवि लेकर जाएंगे। इससे न सिर्फ उसे क्षेत्र की साख भी साथ प्रभावित होती है। आज कई निकायों में यह देखा जा रहा है कि लिगसी वेस्ट निस्तारण का कार्य भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। उसे भ्रष्टाचार से मुक्त कर उसे पर ईमानदारी से कार्य करना चाहिए तथा फैली हुई गंदगी को साफ कर शहर में फैलने वाली बीमारियों से शहर को मुक्त बनाने मे दिशा मे कार्य करना चाहिए।
शेखावाटी अंचल की प्राचीन हवेलियां हमारे राज्य की शान है
न्याय मित्र गुप्ता का कहना है कि देश के सबसे प्रमुख पर्यटक राज्य राजस्थान प्रदेश में सर्वाधिक पर्यटक और विशेष तौर पर विदेशी पर्यटक शेखावाटी अंचल में ही आते हैं और यहां पर झुंझुनूं, नवलगढ़ और मंडावा निकाय में स्थित प्राचीन और ऐतिहासिक हवेलियां देखने आते हैं। मंडावा शहर विश्व के 30वे नंबर का पर्यटक शहर है। इन हवेलियों की वास्तुकला और शिल्प कला देखते ही बनती है तथा यहां पर खिड़कियों और झरोखों में की गई बारीक नक्काशी कार्य करना आज के समय में असंभव सा है। ऐसा अद्भुत पुरातन वैभव समेटे हुए हमारी हवेलियों को भूमाफियाओं की बुरी नजर लग चुकी है और यहां पर अतिक्रमण करने के प्रयास भी किया जा रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से रातों-रात वहां भू माफिया द्वारा मशीन लगाकर प्राचीन हवेलियां ध्वस्त की जा रही है। इन गैरकानूनी और अवैध कार्यों को रोकने के भी पूर्ण प्रयास करते हुए इसमें लिप्त लोगों का पर्दाफाश भी किया जाएगा। शेखावाटी अंचल की जनता को भी के विश्वास दिलाया जाता है कि आगामी राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम भी बहुत चौंकाने वाले रहेंगे।