Thursday, March 13, 2025
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लापरवाही और खामियों का लेखा जोखा लेकर पहुंचे प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा

झुंझुनूं। पीएचईडी के शासन सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा सोमवार को अपने चिर परिचित अंदाज में झुंझुनूं पहुंचे। जिले में कुछ दिनों में समाचार पत्रों, मीडिया चैनल्स या फिर आमजन से मिली शिकायतों का लेखा—जोखा लेकर झुंझुनूं पहुंचे तो एक—एक कर हर विभाग की कमियों और लापरवाहियों को उजागर किया। वहीं अच्छा काम करने वाले अधिकारियों की सराहना भी की। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की मौजूदगी में हुई बैठक में प्रभारी सचिव डॉ. शर्मा ने साफ साफ कहा कि सरकार हमें पैसा देती है। हमें जनता का काम करना चाहिए। फिल्ड में जाकर स्थिति को देखना चाहिए। आमजन को भी लगना चाहिए कि काम हो रहा है। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को कहा कि अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को किया जाएगा सम्मानित, वहीं लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रजेंटेशन के जरिए अधिकारियों को समस्याएं बताते हुए।

उन्होंने विभागवार सभी अधिकारियों से समस्याओं पर चर्चा करते हुए समाधान के निर्देश दिए। डॉ. शर्मा ने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि उनके कार्यालयों में जो पुरानी फाइलों की गठरियां बंधी पड़ी है या फिर आलमारियों में रखी पड़ी है। उन्हें ई फाइलिंग करें। ताकि वे सालों तक सुरक्षित रह सके और उनके गायब होने, खराब होने का डर ना हो। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे सप्ताह में कम से कम दो-तीन ऐसी फिल्ड विजिट करें। जो प्रभावी हो। जिसका असर व्यवस्थाओं के सुधार में साफ-साफ देखा जा सके। बैठक के दौरान एडीएम रामरतन सौंकरिया, डीएफओ बनवारीलाल नेहरा, पीडब्ल्यूडी एसई महेंद्र सिंह, डीएसओ कपिल झाझड़िया, कलेक्ट्रेट के निजी सचिव रामसिंह पूनियां, कनिष्ठ सहायक अरविंद कुमार, राजकीय बीडीके अस्पताल के हैल्थ मैनेजर डॉ. नावेद अख्तर को बेहतर कार्य करने पर डॉ. समित शर्मा ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

तीन बार अधिकारियों के आपसी समन्वय से सुलझाए मामले
बैठक के दौरान 3 मौके ऐसे आए, जब समस्या 2 विभागों के बीच में आपसी तालमेल की कमी होने से हल नहीं हो रही थी। ऐसे में डॉ. शर्मा ने एडीएम चैंबर में अधिकारियों को भेजकर समस्या का हल ढूंढकर लाने को कहा। इनमें रीको क्षेत्र में एक पार्क में जलभराव के लिए रीको प्रबंधक व नगर परिषद आयुक्त को, गुढा मोड़ ट्रेफिक लाइट की जगह परिवर्तित करने के मामले में ट्रेफिक इंचार्ज व नगर परिषद आयुक्त को, रीको में ही विद्युत लाईन शिफ्टिंग के मामले में रीको व अजमेर डिस्कॉम के अधिकारियों को अलग से भेजकर समस्या का आपसी समन्वय से हल करके लाने को कहा गया। जिसके बाद तीनों ही समस्याओं का समाधान डॉ. शर्मा के समक्ष अधिकारियों ने पेश किया।

तीन अधिकारियों को जारी किए जाएंगे नोटिस
इधर, जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि प्रभारी सचिव के निर्देश पर तीन अधिकारियों को नोटिस जारी किए जाएंगे। इनमें पिलानी ईओ प्रियंका बुडानिया को बैठक में अनुपस्थित रहने पर, नवलगढ़ की मानसिंहका स्कूल में बच्चों को टीनशैड में बैठाने, पोषाहार को सही जगह ना रखने के मामले में सीडीईओ अनुसुइया सिंह तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकन से कम बच्चे पाए जाने, पोषाहार की नियमित जांच ना करने पर महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक बृजेंद्र सिंह राठौड़ को नोटिस जारी किया जाएगा।

बीडीके का डाटा पेश किया तो सब चौंक गए
इस मौके पर प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा ने बीडीके अस्पताल के चिकित्सकों का डाटा भी सबके सामने रखा। उन्होंने बताया कि बीडीके में 20 ऐसे चिकित्सक है। जो रोजाना 10 से कम मरीजों को परामर्श दे रहे है। जो बेहद चिंतनीय विषय है। शेष चिकित्सक भी 50 से कम ओपीडी कर रहे है। जबकि यह आंकड़ा हर चिकित्सक का 50 से उपर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि निशुल्क जांच योजना और निशुल्क दवा योजना को शुरू हुए लगभग 12 साल का समय हो गया। बावजूद इसके सरकारी अस्पताल के बाहर मेडिकल स्टोर और निजी जांच केंद्रों का जाल बिछा हुआ है। इसमें जो गठजोड़ है। उसे तोड़ना होगा। सरकारी अस्पताल में ही मरीजों को परामर्श, जांच और दवा सब फ्री मिले। यह सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने इस मौके पर सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी को जल्द से जल्द सभी अस्पतालों में बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।

सरकारी स्कूल के शिक्षकों की निजी स्कूलों की भी होगी जांच
जो चिकित्सक सरकारी सेवा में है और वे निजी अस्पताल में प्रेक्टिस कर रहे है या फिर घर में ही निजी अस्पताल बना रखा है। इनकी जांच के लिए डॉ. शर्मा ने एक कमेटी बनाई है। तो इसी तर्ज पर सरकारी स्कूल के शिक्षक या फिर उनके निकट के रिश्तेदारों ने यदि निजी स्कूल खोल रखी है। तो उसमें भी यदि सरकारी स्कूल के शिक्षकों का कनेक्शन मिलता है। तो उन पर भी कार्रवाई होगी। इसके लिए शिक्षा अधिकारियों को आदेशित किया गया है।

पायल अस्पताल के मामले में सीएमएचओ को फटकार, बोले बचाने की कोशिश मत करो
जखोड़ा स्थित पीएचसी में कार्यरत नर्सिंग आफिसर हरिसिंह पायल द्वारा चिड़ावा में निजी अस्पताल पायल हॉस्पिटल की संचालन की बात भी डॉ. शर्मा ने बैठक में रखी। उन्होंने बताया कि नर्सिंग आफिसर खुद अनुपस्थित रहता है और चिड़ावा में निजी अस्पताल चलाता है। जिसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने बात को संभालने की कोशिश की। लेकिन डॉ. शर्मा ने सीएमएचओ डॉ. डांगी को फटकार लगाते हुए कहा कि आप उसे बचाने की कोशिश मत करो।

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