Sunday, February 9, 2025
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रोहित गोदारा गैंग का गुर्गा झेरली का अशोक गिरफ्तार, गैंग के लिए करता था हथियार सप्लाई, एनआईए ने दबोचा

पिलानी। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल गैंगेस्टर रोहित गोदारा के गूर्गे को एनआईए की टीम ने थाना इलाके के झेरली गांव से गिरफ्तार किया है। झेरली गांव का रहने वाले युवक अशोक पुत्र धन्नाराम मेघवाल के तार रोहित गोदारा से जुड़े होने के बाद बुधवार को अल सुबह उसके घर पर एनआईए की टीम ने दबिश दी। जहां पर ना केवल अशोक खुद भी टीम को मिल गया। बल्कि उसके घर से आठ हथियार भी बरामद हुए है। हालांकि एनआईए के टीम ने इस बारे में कोई भी जानकारी मीडिया से अधिकारिक तौर पर साझा नहीं की है। लेकिन सूत्रों की मानें तो सुखदेवसिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के लिए हथियार सप्लाई में भी अशोक मेघवाल का हाथ बताया जा रहा है। साथ ही यह भी सामने आया है कि अशोक मेघवाल काफी समय से रोहित गोदारा के लिए काम कर रहा है। जो 30 हथियारों की एक खेप लेकर आया था। गांव तक पहुंचने से पहले उसने 22 हथियार अलग—अलग जगहों पर खपाए भी है। करीब 10 घंटे तक एनआईए की टीम ने पहले झेरली स्थित अशोक के घर पर सर्च किया और परिजनों से पूछताछ की। इसके बाद पिलानी पुलिस थाने में भी अशोक से पूछताछ की। पूछताछ के बाद एनआईए की टीम अशोक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। इस बीच झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में अशोक का मेडिकल भी कराया गया।

रात को ही आया था घर, चारे में छिपाए थे हथियार
जानकारी के अनुसार अशोक मेघवाल काफी दिनों से बाहर ही था। बीती रात को ही वह अपने घर आया था। वहीं रात को ही उसने अपने घर में बने बाड़े में रखे चारे के अंदर आठ के आठ हथियार छुपा दिए थे। एनआईए के टीम ने सर्च किया तो यह हथियार बरामद हुए है। कार्रवाई में एनआईए की तीन टीमों ने संयुक्त कार्रवाई की।

28 मामले दर्ज है अशोक पर, पिलानी में एक भी नहीं
जानकारी में सामने आया है कि अशोक पर अलग—अलग थानों में संगीन धाराओं में कुल 28 मामले दर्ज है। लेकिन इनमें पिलानी थाने में एक भी मामला नहीं है। उसके खिलाफ चोरी, नकबजनी, हत्या के प्रयास, डकैती, अवैध हथियार के मामले दर्ज है। ज्यादातर मामले 2018 से पहले के है। कई मामलों में अशोक जेल की भी हवा खा चुका है। अशोक पर चूरू, बीकानेर, नागौर, बाड़मेर आदि जिलों के है। ज्यादातर मामले बीकानेर के है। 2018 में अशोक जमानत पर छुटा था। तब से वह बाहर ही है। लेकिन किसी मामले में उसका नाम नहीं आया। अब अचानक उसे एनआईए ने पकड़ा है।

मूर्तिकार था अशोक, बाद में दुकान भी खोली, बाद में अपराध की दुनिया में आया
अशोक मेघवाल के भाई अजीत के अनुसार 2013 से पहले अशोक एक सामान्य जीवन जी रहा था। अशोक, मूर्ति बनाना जानता था। काफी मूर्तियां बनाता था। इसके बाद चार साल बिरला म्यूजियम में दिहाड़ी पर काम भी किया। 2013 में अशोक ने त्रिवेणी प्याऊ के पास एक दुकान खोली। यह दुकान रेडिमेड गारमेंट्स की थी। जो ज्यादा चली नहीं। इसके बाद वह आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के संपर्क में आया। जिसके बाद उसने कई वारदातें की। लेकिन उसने अधिकतर वारदाते झुंझुनूं जिले और पिलानी से बाहर ही की। 2018 के बाद जब वह जमानत पर बाहर आया। तब परिजनों के सामने ऐसे कोई मामले नहीं आए। जिसमें उसकी तलाश पुलिस को हो। अशोक के दो बच्चे है। परिवार खेती के सहारे ही घर चलाता है।

हथियार की सप्लाई को लेकर होगी पूछताछ
अशोक मेघवाल ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि उसने हाल ही में 22 हथियारों की सप्लाई बदमाशों को की है। जिसे लेकर अब एनआईए अशोक से पूछताछ करेगी। क्योंकि यह एक बड़ी खेप है और रोहित गोदारा के गैंग के गूर्गों की धरपकड़ के लिए इस चैन को तोड़ना एनआईए के लिए बड़ी चुनौती होगा। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि अशोक मेघवाल ने ये हथियार चूरू, बीकानेर इलाके में ही ज्यादा सप्लाई किए है। लेकिन यह सब जांच में ही सामने आएगा।

एनआईए ने बामलास गांव में दबिश दी, लेकिन आरोपी नहीं मिला

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में बुधवार अल सुबह एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ बामलास गांव में दबिश दी। बामलास गांव की नीम की ढाणी में स्थित धर्मेंद्र उर्फ धर्मा पुत्र रामचन्द्र के यहां सुबह 5 बजे पहुंची। यहां टीम को धर्मेंद्र नहीं मिला। बताया जा रहा है कि वह दो सप्ताह पहले ही गांव आकर गया था। टीम को घर पर उसका मोबाइल मिला है, जिसे जब्त किया गया है। साथ ही परिजनों को एक नोटिस दिया गया है, जिसमें लिखा गया है कि 8 जनवरी को वह एनआइए के समक्ष पेश हो। पुलिस ने बताया कि गुढ़ागौड़जी को छोड़कर धर्मेंद्र के खिलाफ कई थानों में दर्जनभर से अधिक मुकदमें भी दर्ज है।

डूमोली डबल मर्डर के आरोपी लाेकेश से भी तीन घंटे पूछताछ

एनअाईए की टीम ने सिंघाना थाना के डूमाेली खुर्द में सुबह दबिश दी। हथियारबंद जवान डूमाेली में लाेकेश गुर्जर के घर पहुंचे। घर की तलाशी ली। हालांकि काेई हथियार एनअाईए टीम काे नहीं मिला। टीम ने करीब तीन घंटे तक लाेकेश से पूछताछ की। लाेकेश गुर्जर डबल मर्डर मामले में अाराेपी रह चुका है। सिंघाना में व्यापारी काे 20 लाख रुपए की रंगदारी के लिए धमकी देकर फायरिंग की थी। उसके खिलाफ पुलिस अभिरक्षा से भाग जाने, अार्म्स एक्ट, रंगदारी, हत्या आदि मामले दर्ज हैं।