खिरोड़। सीकर—झुंझुनूं सीमा बेरी भजनगढ़ गांव में स्थित सोनू इंटरप्राइज़ेज़ में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रतन सिंह शेखावत की अध्यक्षता में कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। जय किसान आंदोलन राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश यादव ने बताया इस बैठक में सभी किसानों द्वारा होली नहीं मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया एवं सभी किसानों ने एक साथ मिलकर इस बार होली नहीं मनाई जाने का निर्णय भी लिया गया। किसानों ने अपनी फसल को हाथ में रखकर सौगंध खाई है कि जब तक हम जिंदा है। तब तक रेल लाइन हमारे खेतों में नहीं जाने देंगे और आगामी लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालने भी मतदान केंद्र पर नहीं जाएंगे। किसानों ने कहा कि इस बार मतदान का बहिष्कार करेंगे।
किसानों ने अपने बचाव के लिए हाईकोर्ट जाने का निर्णय लिया है। किसान नेता कैलाश यादव और विजेंद्र काजला को वकील एवं कानूनी संबंधी जिम्मेदारी दी गई है। शनिवार को झाझड़ सती माता मंदिर के पास फिर से किसानों की मीटिंग होगी। जिसमें आगे कि रणनीति बनाने पर चर्चा होगी। सभी किसानों ने एक स्वर में हुंकार भरी कि हम आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। मगर हमारे खेतों में से रेलवे लाइन को नहीं जाने देंगे। इधर ग्राम पंचायत ढाका की ढाणी द्वारा एक पत्र जारी कर बताया गया कि जब तक प्रशासन, रेलवे विभाग एवं सीमेंट कंपनी द्वारा दुर्जनपुरा व जोहड़ की ढाणी दोनों स्थानों के किसानों को संतुष्ट नहीं किया जाता है। तब तक ग्राम पंचायत ढाका की ढाणी द्वारा किसी भी प्रकार की एनओसी जारी नहीं की जाएगी।
किसानों ने ग्राम पंचायत ढाका की ढाणी द्वारा लिया गया इस निर्णय का स्वागत किया है। बैठक में मामराज मूंड, विजेंद्र काजला, मनोज सैनी, भूपसिंह गुर्जर, महेंद्र यादव, शोभसिंह शेखावत, मेघाराम, कन्हैयालाल, संतकुमार, शिवपाल, सीताराम, मोहम्मद आसिफ, किशोर सिंह, ओमप्रकाश चोपदार, सुनील सैनी, घनश्याम मील, पाबूदान सिंह, महेंद्र यादव आदि सैंकड़ों किसान मौजूद थे।