झुंझुनूं। शेखावाटी को यमुना जल का पानी मिले, इसके लिए लगातार सरकारी स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जल संसाधन विभाग ने यमुना जल समझौता के बाद शेखावाटी तक यमुना का पानी लाने की प्लानिंग शुरू कर दी है। शेखावाटी तक यमुना का पानी लाने के लिए रेलवे ट्रैक के साथ साथ पाइप लाइन बिछाने की संभावनाओं पर चर्चा के लिए जल संसाधन विभाग व रेलवे के अधिकारियों के बीच जयपुर में मीटिंग हुई। बैठक में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने रेलवे ट्रैक के साथ पाइप लाइन बिछाने की संभावनाओं के लिए टास्क फोर्स से सर्वे करवाया है। यमुना जल समझौते के तहत लगभग 350 एमसीएम जल उपलब्ध होगा तथा तीन मीटर चौड़ाई की तीन पाइपलाइन द्वारा यमुना जल शेखावाटी क्षेत्र में आएगा।
एक पाइप लाइन के माध्यम से रूट में आने वाले जलाशयों को यमुना जल से भरा जाएगा, ताकि शेखावाटी में पेयजल की आईजीएनपी पर निर्भरता कम हो सके। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने बैठक में कहा कि योजनांतर्गत रेलवे ट्रैक के किनारे 302 किलोमीटर की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए रेलवे यार्डों को बायपास करते समय पाइप लाइन बिछाने के लिए रेलवे ट्रैक के किनारे करीब 68 किलोमीटर लम्बाई उपलब्ध है तथा करीब 95 किलोमीटर लूप लम्बाई सहित लगभग 252 किलोमीटर एनएच, एसएच, वीआर अथवा निजी भूमि की आवश्यकता होगी।
यमुना जल समझौते के तहत शेखावाटी क्षेत्र को पेयजल व सिंचाई के लिए हथिनी कुण्ड से पाइप लाइन के जरिए जल उपलब्ध कराया जाएगा। हथिनी कुण्ड से हिसार तक मौजूद कैनाल के साथ-साथ पाइप लाइन बिछाने की संभावना तलाशी जाएगी। उत्तर पश्चिमी रेलवे के मुख्य अभियंता रतनलाल मीणा ने ट्रैक की सुरक्षा के लिए रेलवे ट्रैक को पाइप लाइन से अलग करने के लिए पूरी लम्बाई में दीवार बनाने का सुझाव दिया।
पानी स्टॉरेज जगह का किया जा चुका निरीक्षण
हाल ही में चूरू जिले के राजगढ़ इलाके के गांवों में रिजरवायर के लिए अधिकारियों की टीम जगह का निरीक्षण कर चुकी है। यह रिजरवायर राजगढ़ इलाके के हांसियावास गांव में आएगा। जानकारी के अनुसार हांसियावास व तांबा खेड़ा गांव के निकट बांध बनाया जाएगा। यह कृत्रिम बांध चूरू जिले का सबसे बड़ा बांध होगा। यहां ताजेवाला हैड से लोहे के बड़े पाइपों से पानी लाया जाएगा।