झुंझुनूं। सोमवार को छात्र संगठन एसएफआई के प्रदेश स्तरीय आह्वान के तहत जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। एसएफआई के जिला महासचिव आशीष पचार ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने युवाओं को रोजगार देते हुए 5000 राजीव गांधी युवा मित्र नियुक्त किए थे। जो राज्य सरकार की योजनाओं को ढाणी-ढाणी, गांव-गांव पहुंचाने का काम करते थे। परंतु बीजेपी सरकार आते ही इन युवा मित्रों के रोजगार पर कुठाराघात करते हुए इन युवाओं के रोजगार छीनने का काम किया है। एसएफआई के जिलाध्यक्ष अनीश धायल ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार जो एक तरफ साल में 2 करोड़ रोजगार देने की बात करती है। वहीं दूसरी ओर राज्य की भाजपा सरकार युवाओं के रोजगार छीनने का काम कर रही है। केंद्र की मोदी सरकार ने तो 10 साल में 20 करोड़ रोजगार नहीं दिए। परंतु पूर्व सरकार द्वारा रोजगार दिए हुए युवाओं का रोजगार भी छीनने का काम राज्य की भाजपा सरकार ने किया है।
एसएफआई के तहसील अध्यक्ष कपिल चोपड़ा ने बताया कि राज्य की भाजपा सरकार ने वादा किया था कि गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई जनहित की किसी भी योजना को बंद नही करेंगे। परंतु इतनी जल्दी अपनी बात से पलटते हुए मुख्यमंत्री ने काला फरमान जारी करते हुए इन राजीव गांधी युवा मित्रों को हटाने का आदेश कर दिया। एसएफआई के तहसील महासचिव साहिल कुरैशी ने कहा कि छात्र संगठन एसएफआई यह मांग करता है कि जल्द से जल्द इन युवा मित्रों को बहाल किया जाए। जिससे इन युवाओं का रोजगार सुनिश्चित हो सके। छात्रसंघ अध्यक्ष पंकज डूडी ने कहा कि यदि जल्द ही इन युवा मित्रांे की बहाली नहीं की गई तो छात्र संगठन एसएफआई प्रदेश स्तर पर बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज गुर्जर, प्रदेश संयुक्त सचिव सचिन चोपड़ा, राज्य कमेटी सदस्य निकिता शर्मा, उपेंद्र तोगड़ा, अमित शिशियां, हरिराम जांगिड़, अंशुल, निखिल, विकास, योगेश, रेहान, लक्की, मनीषा, और अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।