झुंझुनूं। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की टीम ने शनिवार को उदयपुरवाटी में काटली नदी के विभिन्न क्षेत्रों में वाटर रिजर्वेयर बनाने के लिए सर्वे किया। टीम ने बाघोली, ककराना, चंवरा, चौफूल्या में सर्वे कर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की। गौरतलब है कि काटली नदी के बहाव क्षेत्रों में इन स्थानों पर वाटर रिजर्वेयर बनाया जाएगा। ताकि यमुना जल को जिले में अधिक से अधिक रिजर्व किया जा सके। गत 17 फरवरी को इस संबंध में राजस्थान एवं हरियाणा की राज्य सरकारों एवं केंद्र सरकार के मध्य एमओयू हुआ था। सर्वे के दौरान जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता महेंद्र कुमार बुरड़क एवं नथमल खेदड़, एईएन सुलभ कुमावत एवं नाथूराम एवं जेईएन शुभम गढ़वाल मौजूद रहे। इसी क्रम में रविवार को भी सर्वे जारी रहेगा। जानकारी के मुताबिक रविवार को हमीनपुर, गाडोली, बिशनपुरा, बनगोठड़ी में सर्वे किया जाएगा।
रेलवे लाइन के सहारे पाइप डालने की योजना
नहर के लिए पानी हरियाणा के ताजेवाला हैडवर्क्स (हथिनीकुंड बैराज) से लाया जाएगा। यह पानी पाइप लाइन के माध्यम से सबसे पहले चूरू जिले के राजगढ उपखंड के हांसियावास गांव में आएगा। जमीन अधिग्रहण में लगने वाला धन व समय बचाने के लिए टीम रेलवे लाइन के नजदीक-नजदीक पाइन बिछाने पर भी कार्ययोजना बना रही है। ताकि किसानों को भी परेशानी नहीं आए। हांसियावास के अलावा 3 से 4 वाटर जलाशय झुंझुनूं जिले में बनाने की योजना है।
मोड़ी ईलाकर बांध व अजीत सागर बांध में जलाशय बनाएं
जल उपभोक्ता संगम खेतड़ी के दर्जनों लोगों ने अमर सिंह मान के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन लेकर झुंझुनूं जिले में ताजे वाला हैड से आने वाले यमुना नदी के जल के लिए खेतड़ी के अजीत सागर बांध व मोड़ी ईलाखर बांध में जलाशय बनाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि खेतड़ी क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर काफी नीचे चला गया है ।हाल ही में यमुना जल के लिए जिले में आई सर्वे टीम के अधिकारियों ने कोट बांध व काटली नदी क्षेत्र का सर्वे किया है। परंतु खेतड़ी तहसील में किसी रिजर्वेयर को शामिल नहीं किया गया है। सिंचाई विभाग के क्षेत्र के दो बड़े बांध मोड़ी ईलाखर बांध व अजीत सागर बांध उपयुक्त जलाशय है। अत: इन दोनों बांधों का भी सर्व करवा कर जलाशय बनाया जाए तो क्षेत्र के किसानों को इससे बड़ा फायदा होगा।