उदयपुरवाटी। मां शाकंभरी के प्राकट्य दिवस पर गुरुवार को मां शाकंभरी को ढाई किलोमीटर लंबी चुनरी अर्पित की गई। यह चुनरी देश-विदेश में बैठी श्रद्धालु महिलाओं ने तैयार की। करीब 1100 चुनरियों को जोड़कर ढाई किलोमीटर लंबी एक चुनरी बनाई गई। इसके बाद इस चुनरी के साथ उदयपुरवाटी से शाकंभरी धाम तक 18 किमी लंबी पदयात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। 18 किमी लंबी पदयात्रा का आयोजन शाकंभरी कुटुंब की ओर से किया गया। माता की इस चुनरी को तैयार करने में करीब 25 हजार महिलाओं की भागीदारी रही। गांव-गांव व ढाणियों में महिलाओं ने चुनरियों पर गोटा व बुंटी लगाई। इसके बाद सभी चुनरियो को एक जगह एकत्रित किया गया और बाद में इनकी सिलाई कर एक चुनरी बनाई गई।
आयोजन समिति के मूलचंद सैनी के मुताबिक सुबह 11 बजे जमात स्थित गणपति मैरिज गार्डन से चुनरी पदयात्रा शुरू की गई। यहां से शाकंभरी गेट तक शहर के हजारों लोगों ने चुनरी पदयात्रा का फूल बरसाकर स्वागत किया और शाकंभरी के लिए विदा किया। पदयात्रा में यूं तो हजारों भक्त शामिल हुए। लेकिन इनमें सर्वाधिक संख्या महिलाओं की रही। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमरावती महाराष्ट्र से विजय खंडेलवाल, अकोट महाराष्ट्र मनीष अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, ग्वालियर से सुशील अग्रवाल, हैदराबाद से विलास अग्रवाल, कलकत्ता से सुभाष अग्रवाल, गोविंद अग्रवाल, शंभू अग्रवाल, गोविंद बागला, पवन खोवाला, अहमदाबाद से पवन अग्रवाल, नीतेश अग्रवाल, कानपुर से सुरेंद्र अग्रवाल, रायबरेली से महेंद्र अग्रवाल, नीमच से श्याम बिंदल सहित सैकड़ों श्रद्धालु उदयपुरवाटी पहुंचे हैं।
उधर श्री शाकंभरी सेवादार परिवार की ओर से प्राकट्य दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। परिवार के अशोक भूत डूंडलोद ने बताया कि सुबह 9 बजे डूंडलोद गौशाला से शाकंभरी मंदिर तक शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। दोपहर बाद डूंडलोद विद्या पीठ के बच्चों की ओर से कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। उन्होंने बताया कि शाम 7 बजे महा प्रसादी होगी जिसमें श्रद्धालुओं को भोजन करवाया जाएगा।