झुंझुनूं। महिला अधिकारिता विभाग इस बार बालिका दिवस पर बुधवार को एक अनूठा संकल्प लिया है। संकल्प यह है कि बालिका दिवस 24 जनवरी से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च तक जिले की सभी महिलाओं का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में बीमा कराया जाएगा। इसकी शुरुआत की जा चुकी है। महिला अधिकारिता विभाग द्वारा पिछले सात दिनों में जिले के 1.21 लाख लोगों से प्रधानमंत्री बीमा योजना के लिए सहमति पत्र भरवाए हैं। इनमें अधिकतर महिलाएं हैं। आठ मार्च महिला दिवस तक यह आंकड़ा तीन लाख तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। इसमें करीब करीब सभी महिलाएं होंगी और कोशिश की जाएगी कि जिले की सभी महिलाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री बीमा योजना से जोड़ा जा सके। इस योजना के लिए बैंक में खाता धारक को सालाना 20 रुपए जमा कराने पर बीमा मिलेगा। इसके बदले बीमा धारक को दो लाख रुपए की दुर्घटना बीमा या फिर 100 प्रतिशत दिव्यांगता का सुरक्षा कवर मिलेगा। महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दिया कुमारी तथा राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार के निर्देशन तथा जिले की महिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के नेतृत्व में बीमा से संबंधित यह कार्यक्रम शुरू किया गया था। जो महिला दिवस आठ मार्च तक चलेगा।
एनिमिया मुक्त किशोरी अभियान भी शुरू किया
इस बार का राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम ऐतिहासिक रहा है। उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि इस कार्यक्रम में एनिमिया मुक्त किशोरी बालिका अभियान का शुभारंभ किया गया। इसके तहत 11 से 18 साल की बालिकाओं को कुपोषण से मुक्त करवाने के लिए 1000 बालिकाओं को प्रतीकात्मक रूप से मोरिंगा पाउडर के पैकेट वितरित किए गए। साथ ही जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने कार्यक्रम में हर पंचायत पर बालिकाओं के लिए अध्ययन कक्ष स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जो बालिकाएं सामाजिक बंधन एवं अर्थ अभाव के कारण अन्यत्र नहीं पढ़ पाती। या फिर घर पर जिनके पढाई का माहौल नहीं है। उनको इन अध्ययन कक्षों में अध्ययन का वातावरण प्रदान किया जाएगा। साथ ही कार्यक्रम में सरकारी स्कूलों में नीट, आईआईटी-जेईई, एनटीएसई आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी के लिए विशेष कक्षाएं, स्टडी मेटेरियल उपलब्ध करवाने, टेस्ट सीरिज का आयोजन करने की शुरूआत भी गई।