उदयपुरवाटी। पंचायत समिति के ग्राम पंचायत सिंगनौर के सरपंच उम्मेद कुड़ी के खिलाफ उदयपुरवाटी ग्राम विकास अधिकारी संघ विरोध में आया है। जानकारी के अनुसार सिंगनौर पंचायत में पदस्थ ग्राम विकास अधिकारी सुमन चौधरी के खिलाफ सरपंच उम्मेद कुड़ी ने ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह को फोन करके गाली गलौच व अभद्र भाषा बोली। गाली-गलौच व अभद्र भाषा बोलने वाले सरपंच के खिलाफ ग्राम विकास अधिकारियों ने सोमवार से ज्ञापन देकर मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को पंचायत समिति में सभी ग्राम विकास अधिकारी एकत्रित होकर उक्त मामले को लेकर चर्चा करते हुए पंचायत समिति की विकास अधिकारी सुनिता कुमावत को ज्ञापन देकर सरपंच कुड़ी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग रखी।
ज्ञापन में लिखा है कि सरपंच कुड़ी ने ग्राम विकास अधिकारी सुमन चौधरी का स्थानान्तरण चिड़ावा पंचायत समिति में 15 फरवरी को करवा दिया था। बाद में ग्राम विकास अधिकारी 20 फरवरी को रिलीव भी हो गई थी। ग्राम विकास अधिकारी ने अपने स्थानान्तरण पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट में अपील की तो 15 मार्च को स्थानान्तरण पर कोर्ट ने रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। जिस आदेश पर ग्राम विकास अधिकारी सुमन चौधरी ने फिर से सिंगनौर पंचायत में जॉइन कर लिया। सरपंच कुड़ी सुमन चौधरी के ज्वाइन करने के बाद से ही पंचायत कार्यालय में भी नहीं आ रहे थे। नौ मई को पंचायत समिति विकास अधिकारी सुनिता कुमावत ने पंचायत समिति सभागार में ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ सहायकों की मिटिंग बुलाई थी।
मिटिंग के बाद में ग्राम विकास अधिकारी संघ उपशाखा के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह को ग्राम विकास अधिकारी सुमन चौधरी ने बताया कि सरपंच पिछले तीन महीने से वेतन पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। जिससे उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। संघ के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह उक्त समस्या को लेकर पंसस विकास अधिकारी सुनिता कुमावत के पास लेकर गए तो उन्होंने जल्द वेतन का भुगतान करवाने का आश्वासन दिया। उसी दिन शाम को सिंगनौर के सरपंच उम्मेद कुड़ी ने संघ उपशाखा के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह को फोन करके जमकर गाली गलौच की और ग्राम विकास अधिकारी सुमन चौधरी के बारे में अभद्र भाषा बोलते हुए 4 जून के बाद में देख लेने की धमकी दी। जिसके बाद से ग्राम विकास अधिकारी संघ के समस्त पदाधिकारी व सदस्यों में सरपंच कुड़ी के खिलाफ भारी आक्रोश है। बीडीओ सुनिता कुमावत से तीन दिन में सरपंच के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग रखी है। तीन दिन में कार्यवाही नहीं होगी तो ग्राम विकास अधिकारी सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार करेंगे।
ज्ञापन देते समय ये रहे मौजूद
ज्ञापन के समय संघ के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह, ग्राम विकास अधिकारी सुमन चौधरी, मैना जैफ, मधु मीणा, निशा सैनी, सबिना बानो, रामनिवास मूंड, मूलशंकर सिंह, योगेश कुमार सैनी, सांवरमल कुड़ी, रामावतार खैरवा, अमरचंद, विक्रम सिंह, अतुल शर्मा, विजयकुमार शर्मा, नरेंद्रकुमार मीणा, लालचंद चौहान, लेखराज चौधरी, जगदीशप्रसाद यादव, शीशराम गुर्जर, सुनिल कुमार, मुकेश कुमार, अशोक मीणा, भगवानसहाय, अशोककुमार, किशोरकुमार, विजयकुमार शर्मा, विजयपाल गजराज, प्रकाशचंद, प्रदीपकुमार, नरेशकुमार मीणा, गोरवर्धन सैनी, विजय कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।
पहले भी ग्राम विकास अधिकारी के साथ हो चुकी है मारपीट
लोकसभा चुनावों के दिन नाटास ग्राम विकास अधिकारी अशोक कुमार मीणा के साथ में स्थानीय लोगों ने मारपीट की थी। जिस संबंध में गुढ़ागौड़जी पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया हुआ। उक्त मुकदमे में पुलिस ने कई दिनों बाद में 4 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। उक्त प्रकरण में अभी भी कई आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है।