झुंझुनूं । जमीनों की रजिस्ट्री करने में भ्रष्टाचार करने के आरोपों से घिरे झुंझुनूं तहसीलदार सुरेंद्र चौधरी की गुरुवार दोपहर अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच कर रहे नवलगढ़ एसीएम ने उन्हें फोन किया था। फोन पर बात करते करते ही तहसीलदार बेसुध हो गए थे और नीचे गिर पड़े। इसलिए उन्हें बीडीके अस्पताल ले जाना पड़ा। हालांकि जांच के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। लेकिन तहसील व राजस्व विभाग से जुड़े कर्मचारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों ने जांच के नाम पर तहसीलदार को बार-बार प्रताड़ित करने की वजह से तबीयत खराब होने का आरोप लगाया। तहसील के कर्मचारियों ने शुक्रवार से सामूहिक अवकाश पर जाने की भी घोषणा की है।

धरने में शामिल पटवार संघ के जिलाध्यक्ष होशियार सिंह खीचड़ ने बताया कि वह सुबह तहसील कार्यालय आए तो भीड़ लगी हुई थी। तहसीलदार रो रहे थे। उन्हें जांच के नाम पर बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा है। बनवारीलाल नाम का व्यक्ति बार-बार शिकायत कर उन्हें परेशान कर रहा है। जबकि एक बार जांच में की गई शिकायत निराधार पाई गई। उसके बाद जब भी सरकार का कोई उच्च अधिकारी झुंझुनूं आता है, दोबारा शिकायत कर देता है। फिर दूसरे अधिकारी से जांच शुरू हो जाती है। जो दोषी है, प्रशासन को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। दो महीने पहले भी बनवारीलाल ने तहसील के कर्मचारी के साथ मारपीट की थी, लेकिन उस मामले में अब तक कार्रवाई नहीं की गई। उल्टा कर्मचारियों को परेशान किया जा रहा है। इसलिए कर्मचारी धरने पर बैठे थे।
नवलगढ एसीएम कर रहे जांच
मामले की जांच नवलगढ़ एसीएम हवाईसिंह यादव को सौंपी गई। इस बारे में एसीएम हवाईसिंह यादव का कहना है कि उन्हें जांच सौंपी गई है। अभी जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट अभी उच्चाधिकारियों को नहीं सौंपी गई है। इधर, जांच मामले की जांच नवलगढ़ एसीएम से बदलकर चिड़ावा एसडीएम को सौंपने की चर्चा के मामले में एसडीएम बॄजेश गुप्ता का कहना है कि जांच नवलगढ़ एसीएम हवाईसिंह यादव ही कर रहे हैं। उन्हें जांच सौंपने की चर्चा निराधार है।