झुंझुनूं. झुंझुनूं के मुकुंदगढ़ में एक कार में आग लगने से सेना में कार्यरत फौजी जिंदा जल गया है। जिससे उसकी मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक कंवरपुरा बालाजी डूंडलोद निवासी 25 वर्षीय विकास भास्कर आर्मी में कार्यरत है। जिसकी पोस्टिंग फिलहाल श्रीनगर में थी। करीब एक महीने पहले वह अपने गांव छुट्टी पर आया था। जो बीती रात को वापिस ड्यूटी पर लौट रहा था। जिसके लिए वे ट्रेन पकड़ने के लिए मुकुंदगढ़ रेलवे स्टेशन जा रहा था। इसी दौरान उसकी गाड़ी डूंडलोद के बलरिया रोड पर स्थित अंडरपास की दीवार पर जा टकराई और कार में आग लगने से विकास जिंदा जल गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग को बुझाने की कोशिश की। लेकिन तब तक विकास पूरा जल चुका था। घटना की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे। वहीं मुकुंदगढ़ पुलिस ने भी मौके पर एफएसएल और डॉग स्कवायड बुलाई है। एसएचओ महेंद्र सिंह यादव ने बताया कि घटना के कुछ मीटर पहले गाड़ी के घसीटने जैसी चीज सामने आ रही है। वहीं मृतक का मोबाइल भी घटना से कुछ दूरी पहले मिला है। विकास भास्कर के शव का डीएनए करवाया जाएगा। वहीं पूरे मामले की जांच की जाएगी। आपको बता दें कि एक महीने पहले ही विकास भास्कर की पत्नी कविता ने एक बेटे को जन्म दिया है। इसी खुशी के मौके पर विकास छुट्टी लेकर घर आया था और छुट्टी खत्म होने पर वापिस लौट रहा था। तब यह हादसा हो गया। हालांकि कुछ लोग इस घटना को संदिग्धता की नजर से भी देख रहे है। लेकिन असल में यह हादसा है या फिर कुछ और। यह तो पुलिस जांच में साफ हो पाएगा।
बाप बनने की खुशी थी, इसलिए पहले ही आ गया था
ग्रामीणों की मानें तो विकास की शादी दो साल पहले फतेहपुर इलाके के अलफसर निवासी कविता के साथ हुई थी। कविता गृहिणी है। कविता गर्भवती थी और एक माह पहले डिलवरी का समय आया तो विकास छुट्टी लेकर गांव आया। विकास एक महीने पहले ही मासूम बेटे का बाप बना था। इसलिए काफी खुश था। बीती रात को छुट्टी पूरी होने पर वह वापिस लौट रहा था और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
ताऊ का बेटा था साथ, वो उतर गया था
जानकारी में सामने यह भी आया है कि बीती रात को मुकुंदगढ़ से साढ़े ग्यारह बजे की ट्रेन थी। इसलिए विकास अपने ताऊ के बेटे रमेश के साथ स्टेशन पर आया था। जिस कार में आग लगी है। वो भी विकास के ससुराल वालों की है। छुट्टी के दरमियान आने—जाने में विकास ने उपयोग के लिए मंगवाई थी। बीती रात विकास और रमेश दोनों करीब 10 बजे घर से निकले और फिर डूंडलोद की बलरिया रोड होते हुए बाईपास पहुंचे। यहां पर रमेश कुछ सामान लेने के लिए नीचे उतर गया तो विकास भी कुछ सामान लेने अकेला गाड़ी लेकर डूंडलोद की तरफ आ गया। डूंडलोद से जब वह वापिस बाईपास की तरफ आ रहा था। तब यह हादसा हो गया।
मोबाइल मिला दूर, इसलिए संदेह पैदा हुआ
हादसे में संदेह इसलिए पैदा हुआ है कि मृतक विकास का मोबाइल घटना स्थल से 100—150 मीटर दूरी पर मिला है। इसलिए किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यह भी हो सकता है कि गाड़ी अंडर में अनियंत्रित हो गई हो और पहले गाड़ी की व्हील कैप टूटी और मोबाइली नीचे गिर गया हो। फिर गाड़ी दीवार से टकराई और आग लग गई हो। या फिर प्लानिंग के तहत कोई घटना की गई हो। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।
डीएनए से होगी पुष्टि, मृतक विकास ही था
प्रथम दृष्टया और साथ आए रमेश की तस्दीक के मुताबिक मृतक विकास भास्कर था। लेकिन कार में आग लगने से शव पूरी तरह से जल गया है। इसलिए पुलिस डीएनए जांच से यह पुष्टि करेगी कि मृतक विकास ही था। एसएचओ के मुताबिक डीएनए सैंपल लेकर मृतक विकास ही है। इसकी पुष्टि की जाएगी। मृतक विकास का बड़ा भाई किशोर भी है। जो हैदराबाद में प्राइवेट जॉब करता है। विकास और किशोर की पत्नियां सगी बहनें है। वहीं पिता रामकुमार किसानी करते है।