झुंझुनूं। आज से ठीक छह महीने पहले 20 जुलाई का दिन था। लगातार बारिश हो रही थी, रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। उसी दौरान डूमरा गांव में एक महिला बस के इंतजार में अपने बच्चे को गोद में लिए बारिश में भीगती रही, क्योंकि स्टेंड पर सिर छुपाने की कोई जगह नहीं थी। महिला की पीड़ा देखी तो दिल पसीज गया। उसी दिन तय कर लिया था कि यहां पर विश्राम गृह बनवाना है, ताकि कोई सर्दी-गर्मी व बारिश में परेशान नहीं हो। कुछ ऐसा ही संकल्प लिया था डूमरा के घीसा की ढाणी निवासी चौधरी पोकरमल व रामधन महला ने। उनका यह संकल्प अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन तब पूरा हो गया, जब अतिथियों ने डूमरा के अंबेडकर नगर में नवलगढ़ रोड पर नर्सरी में ईश्वर विश्राम गृह का लोकार्पण किया।
मुख्य अतिथि पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शुभकरण चौधरी ने भामाशाहों चौधरी पोकरमल रामधन महला घीसा की ढाणी को साधुवाद दिया और कहा कि महला बंधुओं ने अपने पिताजी स्वर्गीय चौधरी ईश्वरराम महला एवं माताजी स्व. सुगनीदेवी महला की याद में किए गए इस पुनीत कार्य से ग्राम के दूसरे लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ. वीरपाल सिंह शेखावत ने इस पुण्य कार्य के लिए महला बंधुआंे के लिए आगे भी ऐसे कार्य करते रहने का आह्वान किया। कार्यक्रम में वीरांगना रामप्यारी देवी, बीरबल दास, भगत मंगूराम, उस्मान अली, मदनलाल महला, सुभाष ख्यालिया, सुखराम दतुसलिया व्यवस्थापक एवं रवि कैरू भी अतिथि थे। महला भामाशाह परिवार को यह ईश्वर विश्राम गृह की प्रेरणा तब मिली। जब स्वर्गीय ईश्वरराम महला की पुण्यतिथि के दिन 20 जुलाई को बारिश में एक महिला अपने बच्चे को गोद में लिए घंटों सड़क पर खड़ी रही और भीगती रही। तभी चौधरी पोकरमल और उनके पुत्र एडीईओ उम्मेद सिंह महला ने तय कर लिया था कि यहां विश्राम गृह की जरूरत है। इस कार्य के लिए प्रेरक विजयपाल मलोवा एवं गांव की युवा रहे। कार्यक्रम में प्रहलाद मेघवाल, सुभाष पूनीवाल, प्रसाद मेघवाल, दीपक कुमार, सुभाष शर्मा, रणवीर, महावीर जांगिड़, महावीर महला, ज्यानी महला, सांवलराम, रोहितास मीणा, उम्मेद दूत, सुनील दूत, नेकीराम पूनियां, नेमीचंद, सवाई महला, सूबेदार रामस्वरूप, शिवलाल, नेमीचंद, मामराज, रामसिंह, रघुवीर, ख्यालीराम, डॉ. जितेंद्र महला, मूलचंद पूनियां, सुखबीर सिंह, रामस्वरूप चाहर, गोवर्धन, नवीन प्रकाश, हेतराम बिशु, बीरबल सिंह स्टेशन अधीक्षक, रीना सुंडा, सतवीर कैरू, शीशराम खीचड़, मनोज कुमार, दिनेश सोनी, जमनलाल, सुरेंद्र, कमलेश कुमार, आशीष महला, डॉ. रामकुमार सिंह, वीरेंद्र चौधरी, विजय झाझड़िया, परमजीत सिंह जानू, जगदीश डूडी, कुलदीप पूनियां, महिपाल दूत, राजेंद्र पूनियां, प्रदीप कुल्हरि, कपूर, धोंकलराम, रोशन बिशु, पराग फौजी, बृजलाल टांडी, राजवीर और सीताराम आदि बहुत से गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में भारत माता, मानदास बाबा के नारे लगाए। कार्यक्रम का संचालन मूलचंद झाझड़िया ने किया।