झुंझुनूं। जिले के सूरजगढ़ थाना क्षेत्र के बलौदा गांव में 14 मई को एक दलित युवक के साथ हुई बर्बरतापूर्ण मारपीट और मारपीट से आई चोटों के कारण हुई मौत को लेकर अब झुंझुनूं पुलिस ने ओर सख्ती करने की ठान ली है। एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि घटना के 48 घंटे बाद ही पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पर अब इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में और भी सख्ती करने का निर्णय लिया है। दरअसल इस वीडियो में दलित युवक के साथ आरोपी बर्बरतापूर्ण तरीके से मारपीट कर रहे थे। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की जा रही है।
एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि इस मामले को अब केस आफिसर स्कीम में लेने का निर्णय लिया गया है। जिसके बाद जल्द से जल्द ना केवल चालान पेश किया जाएगा। बल्कि आरोपियों को जल्द से जल्द और सख्त से सख्त सजा न्यायालय से मिले। इसके प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों की संपत्ति का आंकलन प्रशासन के साथ मिलकर किया जा रहा है। जिनके खिलाफ भी विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि शराब ठेकेदार के आदमियों द्वारा की गई इस मारपीट के बाद यह भी निर्णय लिया गया है कि बलौदा शराब ठेके का लाइसेंस निरस्त करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। वहीं जिले के सभी शराब ठेकेदारों तथा उनके कार्मिकों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच होगी। यदि कोई ठेकेदार और कार्मिक का आपराधिक रिकॉर्ड पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। आपको बता दें कि बलौदा में युवक के साथ मारपीट की घटना के करीब एक सप्ताह बाद मंगलवार को जो बर्बरतापूर्ण मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है। उसकी सभी जगहों पर निंदा की जा रही है और इसे एक घिनौनी घटना करार दिया जा रहा है।
आबकारी विभाग ने ठेकेदार का लाइसेंस निलंबित किया
इस मामले में आबकारी विभाग ने बलौदा के शराब ठेकेदार का लाइसेंस निलंबित किया है। जिला आबकारी अधिकारी अमरजीतसिंह ने चिड़ावा के आबकारी निरीक्षक से इसकी पूरी रिपोर्ट ली। रिपोर्ट के आधार पर शराब ठेके का लाइसेंस तीन दिन के लिए निलंबित किया गया है।
बलौदा मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। उन्होंने बुधवार को सुबह 10ः33 बजे एक्स ट्विटर पर ट्वीट कर प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि सूरजगढ़ झुंझुनूं में शराब माफिया द्वारा एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या एवं उसका वीडियो बनाकर वायरल करना राजस्थान में सरकार और पुलिस के कमजोर होते इकबाल का प्रतीक है। आए दिन प्रदेशभर से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद दलितों के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़े हैं। मीडिया में इमेज मेकिंग में व्यस्त राजस्थान सरकार इन घटनाओं को गंभीरता से ले एवं आगे इनकी पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए कार्य करे। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि झुंझुनूं में शराब माफियाओं ने दलित युवक को इतनी निर्दयता से पीटा कि उसकी मृत्यु हो गई। भाजपा सरकार में दलितों पर अत्याचार और जातिगत भेदभाव निरंतर बढ़ रहा है, भाजपा स्वभाव से ही दलित विरोधी है। अपराध की घटनाओं से पूरे प्रदेश का यही हाल है, बदमाश बेखौफ और आमजन में भय व्याप्त है।