झुंझुनूं। जिले के चुड़ीना गांव की नदी में अवैध बजरी खनन की सूचना पर मौके पर पहुंचे पचेरी कलां थानाधिकारी व एक कांस्टेबल के साथ खनन माफियाओं ने मारपीट कर उनकी वर्दी फाड़ दी और जान से मारने की धमकी देकर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भाग गए। वाकया झुंझुनूं जिले के चुड़ीना गांव की नदी में हुआ। जहां अवैध बजरी खनन की सूचना पर पचेरी कलां थानाधिकारी व पुलिस टीम पहुंची थी। पुलिस ने बजरी से भरी दो ट्रैक्टर ट्रोलियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की, उसी दौरान खनन माफियाओं ने मारपीट करनी शुरू कर दी। आरोपियों ने थानाधिकारी रणजीतसिंह व एक कांस्टेबल रोहिताश से मारपीट कर उनकी वर्दी फाड़ दी और जान से मारने की धमकी देकर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भाग गए।
थानाधिकारी रणजीत सिंह ने बताया कि रविवार को मारपीट के वांछित आरोपियों की तलाश में नांगल काठा (हरियाणा) होते हुए भालोठ गांव पहुंचे। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि चुड़ीना गांव की नदी में बजरी का अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। बजरी खनन की सूचना पर वह श्योपुरा गांव के पास पहुंचे थे। वहां बिना नम्बर की दो ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोक कर पूछताछ की जा रही थी। इसी दौरान हरियाणा नम्बर की एक कार आई। उसमें काकड़ा निवासी राजकुमार उर्फ लीलू राजपूत, नांगलकाठा (हरियाणा) निवासी कृष्ण कुमार अहीर, चुड़ीना निवासी तीरखा व सत्यवीर खाती थे। उन्होंने पुलिस की गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगा दी। उन्होंने अपनी जान-पहचान के 10-15 अन्य लोगों को मौके पर बुला लिया। सभी ने पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज करते हुए धक्का-मुक्की की। कांस्टेबल रोहिताश को नीचे गिरा दिया और मारपीट कर वर्दी फाड़ दी। बीच-बचाव करने पर थानाधिकारी के शर्ट की कॉलर पकड़ कर उनसे मारपीट की और वर्दी फाड़ कर नेम प्लेट को तोड़ दिया। राजनैतिक पहुंच होने की भी धमकी दी। बाद में उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरी बजरी को खाली किया लेकिन मौका देखकर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर वहां से भाग गए।