झुंझुनूं । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरूवार को झुंझुनूं के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने झुंझुनूं हवाई पट्टी में बंद कमरे में करीब डेढ़ घंटे तक झुंझुनूं जिले के भाजपा नेताओं के साथ जिले के विकास को लेकर, संगठन की मजबूती और आने वाले उप चुनावों को लेकर चर्चा की। बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत के अलावा प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी तथा संतोष अहलावत समेत अन्य सभी भाजपा नेता मौजूद थे। बैठक के बाद उप चुनावों को लेकर ना तो सीएम ने और ना ही मंत्री ने कोई चर्चा की। उन्होंने इतना जरूर कहा कि प्रस्तावित बजट को लेकर सुझाव मांगे है।
वहीं यमुना के पानी को लेकर प्रोग्रेस के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज वैसे तो झुंझुनूं में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत राशि वितरण के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। लेकिन सियासी गलियारों में इस दौरे और कार्यक्रम को झुंझुनूं में प्रस्तावित विधानसभा उप चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। इस चर्चा को हवा उस वक्त मिल गई। जबकि सीएम ने हवाई पट्टी पर ही बंद कमरे में करीब डेढ़ घंटे तक भाजपा नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने बताया कि यमुना नहर के पानी को लेकर सरकार गंभीर है। सर्वे का काम चल रहा है। वहीं जल्द ही हम जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू करने वाले है। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि हमने यमुना का पानी शेखावाटी तक पहुंचाने का वायदा किया है। जो हर हाल में पूरा करेंगे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि आज जो बैठक उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ की है। उसमें प्रस्तावित बजट को लेकर सुझाव मांगे है। झुंझुनूं जिले के विकास को लेकर नेताओं ने सुझाव भी दिए है। जो ना केवल झुंझुनूं जिले को, बल्कि राजस्थान को विकास की गति देंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार हर हाल में हर वर्ग का कल्याण करने और उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे आनलाइन सुझाव सरकार को भेजें। ताकि अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जा सके। बैठक में भाजपा प्रदेश महामंत्री संतोष अहलावत, प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी, राष्ट्रीय परिषद सदस्य विश्वंभर पूनियां, जिला महामंत्री सरजीत चौधरी, डॉ. राजेश बाबल, विधायक विक्रम सिंह जाखल, विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, पूर्व विधायक जेपी चंदेलिया, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाना, प्यारेलाल ढूकिया आदि मौजूद थे।
अधूरे पड़े कार्यों को करवाएंगे पूरा : मंत्री गहलोत
इधर, जिले के प्रभारी और सूबे के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों से आज सीएम ने चर्चा करते हुए आगामी बजट के लिए सुझाव मांगे है। हम चाहते है कि झुंझुनूं की हर विधानसभा क्षेत्र की मांग पूरी हो और विकास के नए आयाम स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि शौर्य उद्यान, पुलिस लाइन ओवरब्रिज, खेल यूनिवर्सिटी जैसे अधूरे प्रोजेक्ट है। उन्हें भी मुख्यमंत्री को बताया गया है। निसंदेह आने वाले दिनों में इन अधूरे प्रोजेक्टों को पूरा कराना प्राथमिकता रहेगी। अविनाश गहलोत ने भी यमुना नहर को लेकर चर्चा की और बताया कि 1994 में पहली बार तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत ने ही यमुना के पानी को लेकर पत्र लिखा था। बीच के तीन दशकों में कांग्रेस का कोई नेता और कोई जनप्रतिनिधि इस मामले में नहीं बोला। लेकिन हमारी सरकार यमुना का पानी शेखावाटी में पहुंचाकर ही दम लेगी। उन्होंने कहा कि वे झुंझुनूं जिले के विकास में लगातार तत्पर रहेंगे। हर महीने या फिर डेढ महीने से झुंझुनूं का दौरा कर विकास की गति की समीक्षा और लोगों की समस्या समाधान करवाएंगे।

सीएम की दो टूक, उम्मीदवार एक होगा, सबको मिलकर चुनाव जिताना है
बैठक के बाहर आकर चाहे सीएम और मंत्री ने बजट के सुझावों के बारे में बात साझा की हो। लेकिन यह चर्चा भी जोरों पर है कि सीएम ने लोकसभा चुनावों में मिली हार से सबक लेने का पाठ सभी नेताओं को पढाया और साफ शब्दों में कहा कि उप चुनावों में भी टिकट एक ही कार्यकर्ता को मिलेगा। लेकिन हमें एकजुटता के साथ चुनाव लड़कर झुंझुनूं की विधानसभा सीट में कमल खिलाना है। यही नहीं सीएम ने लोकसभा चुनावों में मिली हार के कारणों के बारे में भी बातचीत की बताई। जिसे लेकर भी कुछ नेताओं ने अपने अपने तर्क दिए। लेकिन असल में चुनावों की हार का क्या कारण रहा। वो ना केवल चर्चाओं में साफ है। बल्कि प्रत्याशी शुभकरण चौधरी खुद भी इशारों ही इशारों में सबकुछ बयां कर चुके है।