झुंझुनूं। अपने आक्रामक और व्यवस्था सुधार दृष्टिकोण के लिए पहचान रखने वाले सीनियर आईएएस डॉ. समित शर्मा सोमवार को झुंझुनूं पहुंचे। दरअसल जलदाय विभाग में शासन सचिव के पद पर कार्यरत डॉ. समित शर्मा झुंझुनूं जिले के प्रभारी सचिव है। बतौर प्रभारी सचिव पहले ही दौरे के तहत झुंझुनूं पहुंचने से पहले ही जिले में हड़कंप सा मचा हुआ था। दो दिन से सभी कार्यालयों में तैयारियां की जा रही थी कि कहीं कोई कमी ना मिल जाए। बावजूद इसके जब डॉ. समित शर्मा जिले के सबसे बड़े अस्पताल, बीडीके हॉस्पिटल पहुंचे। तो महज 20 मिनट की विजिट में ही काफी व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश डॉ. समित शर्मा ने दिए। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के साथ बीडीके की विजिट करने पहुंचे डॉ. समित शर्मा का पीएमओ डॉ. संदीप पचार ने स्वागत किया।

इस दौरान डॉ. समित शर्मा ने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। जिसमें पंखे, छांव आदि हो। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन के लिए लाइन का सिस्टम बंद कर टोकन सिस्टम शुरू किया जाए। ताकि मरीज या फिर उसके परिजनों को धूप में घंटों तक ना खड़ा रहना पड़े। वहीं उन्होंने पीएमओ डॉ. संदीप पचार से कहा कि चिकित्सक ओपीडी के पूरे समय अस्पताल में मरीजों को परामर्श दें। यह सुनिश्चित हो। साथ ही हर दिन की हर चिकित्सक की रिपोर्ट तैयार हो कि उसने एक दिन में कितने मरीजों को देखा। उन्होंने कहा कि बीडीके अस्पताल में 73 चिकित्सक है। बावजूद इसके कोई मरीज प्राइवेट अस्पताल या फिर किसी चिकित्सक के घर अपना ईलाज करवाता है। तो यह गलत है। उन्होंने जांचों को लेकर भी निर्देश दिए कि अब तक बीडीके अस्पताल में चार घंटे ही सैंपल लिए जाते हैं। जिसका समय दोपहर 12 बजे से बढाकर दो बजे किया जाए। वहीं मोबाइल के जरिए सैंपलों की जांच की सूचना या फिर एसएमएस जयपुर की तर्ज पर मोबाइल पर ही जांच रिपोर्ट भिजवाने की तकनीक का यूज किया जाए।
उन्होंने पीएमओ डॉ. संदीप पचार को यह भी निर्देश दिए कि भर्ती मरीजों को दवा पहुंचाने के लिए वार्ड ब्वाय और नर्स को ताकिद किया जाए। मरीज या फिर उनके परिजनों को दवा के लिए नहीं भटकना पड़े। उन्हें बैड पर ही दवा पहुंचाई जाए। इस मौके पर डॉ. समित शर्मा ने बताया कि काफी शिकायतें यह भी मिली है कि सरकारी सेवाओं में कार्यरत चिकित्सक या तो प्राइवेट अस्पताल चलाते है, प्राइवेट अस्पताल में जाकर सेवा देते है या फिर घर में ही उन्होंने बैड आदि लगाकर अस्पताल बना रखा है। इसके लिए एडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। जो तीन दिन में उन्हें ऐसी रिपोर्ट देगी। यदि सरकारी सेवा में कार्यरत चिकित्सक ऐसा करता है। तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर एडीएम रामरतन सौंकरिया व सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी भी मौजूद थे।
नगर परिषद आयुक्त अनिता खीचड़ को दी शाबाशी

प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा ने नगर परिषद और कलेक्ट्रेट का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर परिषद में हर शाखा के कमरे के बाहर लिखी गई जानकारी को लेकर डॉ. समित शर्मा ने आयुक्त अनिता खीचड़ की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी पहल की कि कौनसे कमरे में क्या काम होता है, कौन बैठता है और उसके मोबाइल नंबर क्या है। यह डिटेल लिखी है। जिससे आने वाले व्यक्ति को परेशानी नहीं होती और सीट पर बैठने वाले व्यक्ति से बातचीत भी हो जाती है। उन्होंने इसके लिए नगर परिषद आयुक्त अनिता खीचड़ को शाबासी देते हुए कहा कि सभी कार्यालयों में ऐसी व्यवस्था हो तो आधी से ज्यादा शिकायतें समाप्त हो जाती है। इसके अलावा उन्होंने आयुक्त अनिता खीचड़ से पट्टों को लेकर जानकारी ली। जिसमें अनिता खीचड़ ने बताया कि जो भी पेंडिंग फाइलें है। उनमें आधे से ज्यादा पट्टे तैयार है। आचार संहिता के बाद उनका वितरण किया जाएगा। वहीं शेष के डिमांड नोट निकाले हुए जिनके पैसे जमा होने के बाद पट्टे तैयार कर दिए जाएंगे। इसके अलावा जो पत्रवालियों लंबित है। उनमें जो भी कमियां है। उसे भी दूर करवाया जा रहा है।
देशी प्याऊ में टोंटी खोलकर हाथों की ओक बनाकर पिया मटके का ठंडा पानी

नवलगढ़। जलदाय विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा जब जलदाय विभाग कार्यालय पहुंचे। तो वहां पर लगी देशी प्याऊ को लेकर काफी प्रभावित हुए। दरअसल एईएन सुनिल कुमार ने कार्यालय में पानी के मटकों को आपस में जोड़कर ठंडे पानी पीने के लिए एक प्याऊ बना रखी है। जिसमें दो टोंटिया लगी हुई है। एक कार्यालय के अंदर और एक बाहर की तरफ। इस प्याऊ के जरिए बाहर राहगीर भी अपनी प्यास ठंडा पानी पीकर बुझा सकता है और कार्यालय में आया व्यक्ति अंदर की तरफ लगी टोंटी से पानी पीकर प्यास बुझा सकता है। इस देशी प्याऊ को देखकर डॉ. समित शर्मा काफी खुश हुए और उन्होंने खुद टोंटी के जरिए हाथों से ओक बनाकर पानी पिया और फिर एईएन समेत अन्य अधिकारियों को इसके लिए बधाई दी। साथ ही अपने साथ आए अधिकारियों से कहा कि वे इस देशी प्याऊ की फोटो लें और कोशिश करें कि पूरे राजस्थान के जलदाय विभाग के कार्यालयों में इस तरह की प्याऊ स्थापित हो।
मानसिंहका स्कूल में मिली खामियां ही खामिया
नवलगढ़ के सेठ हनुमान दास मानसिंहका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों को गर्मी के बावजूद टीन शैड शैड के नीचे बैठाने पर नाराजगी जताते हुए उन्हें कक्षा कक्षों में बैठाने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव ने इस दौरान मिड डे मिल के तहत दिए जाने वाले पोषाहार की गुणवत्ता की भी जांच की। यहां पोषाहार सीढ़ियों के नीचे रखे होने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई। विद्यालय में ही बने आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की उपस्थिति कम होने पर भी डॉ. शर्मा ने नाराजगी जताते हुए सुधार के निर्देश दिए। यहां नामांकित 9 में से 3 बच्चे ही मौजूद थे। ग्रोथ चार्ट व रजिस्टर मेंटेन नहीं होने पर उन्होंने व्यवस्थाओं में सुधार के सख्त निर्देश दिए। डॉ. शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मांडासी के निरीक्षण के दौरान उन्होंने बायोमेट्रिक उपस्थिति का प्रिंट आउट निकलवा कर कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की। साथ ही अस्पताल के ओपीडी काउंटर, लेबर रूम, मेडिकल स्टोर, जांच केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के टीकाकरण व एएनसी रजिस्टर सहित विभिन्न रजिस्टर्स की जांच की।
मांडासी स्कूल की प्रिंसिपल को सम्मानित किया

मांडासी में ही राउमावि के निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्थाएं सुचारू पाई गईं। यहां कम्प्यूटर लैब और पुस्तकालय की विशेष तौर पर तारीफ करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या बबीता राहड़ को मौके पर ही प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।पीएचईडी एसई शरद माथुर ने बताया कि झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर में जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने पंचदेव मंदिर सर्किल स्थित पीएचईडी कार्यालय में वाटर कूलर का शुभारंभ किया। उन्होंने मौके पर मौजूद महिला जेईएन अंतरा मीणा और निकिता सांगवान से फीता कटवाया। इस दौरान एक्सईएन रोहिताश्व, एक्सईएन मदन मीणा, एईएन पुनित सैनी समेत जलदाय विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।