बुहाना। ग्राम पंचायत लांबी अहीर की सरपंच नीरू यादव न्यूयॉर्क में पंचायत स्तर पर बालिकाओं और महिलाओं को सशक्त करने के लिए किए गए नवाचारों पर अपने अनुभव साझा करेंगी। यह सहड़, कानसिंहपुरा, लांबी अहीर, बुहाना ही नहीं भारत के लिए गर्व की बात हैं। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या और विकास आयोग (सीडीपी) की ओर से आयोजित होने वाले वार्षिक सम्मेलन “सीपीडी मीट-2024” में नीरू को भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए बुलावा आया हैं। वे चुने हुए जनप्रतिनिधियों के “नेतृत्व अनुभव” विषय पर अपने विचार 3 मई 2024 को साझा करेंगी।
नीरू यादव के साथ आंध्रप्रदेश की ग्राम पंचायत पिकेरु की सरपंच कुनुकु हेमा कुमारी तथा त्रिपुरा की सेपाहिजला जिला परिषद की सभाधिपति सुप्रिया दास दत्ता भी न्यूयॉर्क में विचार साझा करेंगी। बता दें कि जनसंख्या और विकास आयोग की वार्षिक बैठक 29 अप्रैल 2024 से 3 मई 2024 तक न्यूयॉर्क में आयोजित की जाएगी। वार्षिक बैठक में सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की समीक्षा करना है। आयोग संयुक्त राष्ट्र का एक त्रिस्तरीय अंतर सरकारी संगठन है। इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक परिषद को सहयोग व सलाह देना है। साथ ही राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या और विकास पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के कार्यक्रम के क्रियान्वयन की निगरानी, समीक्षा और मूल्यांकन करना है।
पंचायत में किए नवाचार, महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनीं
हॉकी वाली सरपंच नीरू यादव ने कई नवाचार किए। जिससे पंचायत के साथ नीरू राज्य की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनीं हैं। नीरू यादव अपनी पंचायत में कई नई पहल की है। जैसे कि पंचायत की बालिकाओं की हॉकी टीम तैयार करवाकर कोच के माध्यम से नियमित अभ्यास करवाना। अपने क्षेत्र में बर्तन बैंक खुलवाकर ग्राम पंचायत को प्लास्टिक से मुक्त करवाने कि पहल की साथ ही ग्रामीण महिलाओं से पुराने कपड़ों के थैले बनवाकर महिलाओं को सशक्त बनाया। इसी प्रकार पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए विवाह पर कन्यादान के रूप में पेड़ देकर नई मुहिम की शुरुआत की। साथ ही मेरा पेड़-मेरा दोस्त मुहिम शुरू की। जिसके अंतर्गत राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को 21000 पेड़ निशुल्क वितरित किए गए।
सरपंच नीरू यादव ने सरपंच सीरीज चलाकर आमजनता को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक किया व आपके द्वार मुहिम के अन्तर्गत वृद्ध एवं दिव्यांगजनों को हर माह उनके घर पर पेंशन निकालकर पहुंचाने की पहल की। पंचायत स्तर सरपंच पाठशाला का प्रारंभ करते हुए बालिकाओं को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ा तथा डिजीटल आंगनबाड़ी और आधुनिक प्ले स्कूल का निर्माण करवाया। अपने जन्मदिन को सड़क सुरक्षा दिवस के रूप में मनाकर अन्य सरपंचों को सड़क सुरक्षा के लिए प्रेरित किया और 1100 आईएसआई मार्क के हेलमेट वितरित किए।