मंडावा। इलाके के नूआं गांव में भरने वाले गंदे पानी के दलदल में डूबने से युवक की मौत के बाद प्रशासन जागा है। उपखंड अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम घटना स्थल पर पहुंची। टीम के सदस्यों ने माना कि गांव में रास्ते में गंदा पानी भरा होने की बड़ी परेशानी है। इसका समाधान होना चाहिए। हालांकि इस दौरान यह बात सामने आई कि गांव के 50 फीसदी से ज्यादा घरों में नल पर टोंटी नहीं लगी हुई है। इस कारण पानी बिखरता रहता है। यही पानी रास्तों में फैला रहता है। इस पर एसडीएम ने सरपंच से गांव में सर्वे करवाकर ऐसे घर चिह्नित करने के लिए कहा है, जिन्होंने पेयजल कनेक्शन पर टोंटी नहीं लगवा रखी। इनसे पंचायत को जुर्माना वसूलने के लिए कहा है।
एसडीएम सुप्रिया कालेर के नेतृत्व में तहसीलदार सुभाष चंद्र कुल्हरि, बीडीओ बलवीर सिंह ढाका, वीडीओ रवि चौधरी ने मौका निरीक्षण किया। पंचायत की सरपंच नाहिदा बानो भी इस दौरान मौजूद रहीं। एसडीएम कालेर ने बताया कि मौका निरीक्षण के बाद जनहित में कुछ ठोस निर्णय लिए गए। पंचायत प्रशासन द्वारा जल्द नूआं के प्रत्येक घर का सर्वे कराया जाएगा। इस दौरान जिस घर में भी नल लगा नहीं मिलेगा और पानी बेकार बहता पाया गया, उस घर के मालिक से पंचायत जुर्माना वसूलेगी। साथ ही प्रत्येक घर में बाथरूम से निकलने वाले पानी व बरसाती पानी के निस्तारण के लिए अलग-अलग सोखते कुएं भी बनाए जाएंगे।
तालाब के निकट खातेदारी की जमीन होने से आ रही दिक्कत:
एसडीएम सुप्रिया कालेर ने बताया कि मौके पर जाने पर सामने आया कि गंदे पानी के तालाब के निकट खातेदारी की जमीन होने से पंचायत को विकास कार्य करवाने में दिक्कतें आ रही हैं। तहसीलदार सुभाष चंद्र कुल्हरि ने बताया कि खातेदारों से मिलकर पंचायत के हित में जमीन को समर्पण करने के लिए बात की जाएगी। जल्दी ही गंदे पानी के तालाब की चारदीवारी का निर्माण करवा कर उस पर जाल लगाने का भी निर्णय लिया गया है ताकि भविष्य में अप्रिय घटना घटित नहीं हो।