झुंझुनूं। जिला कलेक्टर बचनेश कुमार अग्रवाल राजकीय कार्यालयों में देरी से आने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त नजर आ रहे हैं। अग्रवाल के निर्देशों के बाद गुरुवार को एडीएम मुरारीलाल शर्मा एवं जिला परिषद सीईओ ने जिला मुख्यालय स्थित कार्यालयों को सुबह 9.30 बजे से औचक निरीक्षण किया। जिसमें 22 कार्यालयों में 122 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित पाए गए कार्मिकों की जिला कलेक्टर ने रिपोर्ट मांगी है। जिला कलेक्टर ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के औचक निरीक्षण लगातार किए जाएंगे। ताकि अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं। एडीएम मुरारीलाल शर्मा ने 15 कार्यालयों का निरीक्षण किया। जिनमें 83 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। जिला मुख्यालय पर पीएचईडी के एईएन उपखंड प्रथम कार्यालय में 8 कार्मिक, उपखंड द्वितीय कार्यालय में 8 उपखंड झुंझुनूं कार्यालय में 5 कार्मिक अनुपस्थित मिले। वहीं पीएचईडी के ही अधिशाषी अभियंता कार्यालय में 13 व अधीक्षण अभियंता कार्यालय में 8 कार्मिक अनुपस्थित मिले। पीएचईडी के नगर उपखंड कार्यालय में 11 एवं लैब कार्यालय में 2 कार्मिक अनुपस्थित मिले। वहीं एवीवीएनएल के एईएन ग्रामीण कार्यालय में 4, कनिष्ठ अभियंता शहर झुंझुनूं कार्यालय में 2, डाइट में 13 कार्मिक अनुपस्थित मिले। पीडब्ल्यूडी में भी अधिशाषी अभियंता कार्यालय में 9 कार्मिक अनुपस्थित मिले और 2 अन्य कार्यालय बंद मिले। क्वालिटी कंट्रोल का भी कार्यालय 9.45 बजे तक नहीं खुलना पाया गया। वहीं एवीवीएनएल के सहायक अभियंता, झुंझुनूं शहर कार्यालय में सभी कार्मिक मौजूद पाए गए। जिला परिषद सीईओ ने भी जिला मुख्यालय के 7 कार्यालयों का निरीक्षण किया। जिनमें 39 कार्मिक अनुपस्थित मिले। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में 3, सीएमएचओ कार्यालय में 6, आरसीएचओ कार्यालय में 3, एनआरएचएम कार्यालय में 12, आयुर्वेद कार्यालय में 1, जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में 14 कार्मिक अनुपस्थित मिले। वहीं उद्यानिकी के उप निदेशक कार्यालय में सभी कार्मिक मौजूद मिले। जिला कलेक्टर के निर्देशों पर उपखंड अधिकारियों ने भी अपने क्षेत्र में राजकीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। जिनमें सूरजगढ़ में 5 कार्मिक अनुपस्थित मिले। वहीं मलसीसर में 16 कार्मिक अनुपस्थित मिले। यहां सहायक कृषि अधिकारी एवं सीडीपीओ कार्यालय भी 9.30 बजे तक नहीं खुलना पाया गया। मंडावा में ग्राम पंचायत अजीतगढ़ का कार्यालय 9.30 बजे नहीं खुलना पाया गया।
चिड़ावा उपखंड मुख्यालय के 13 कार्यालयों का निरीक्षण, आधे ही अधिकारी—कर्मचारी मिले

चिड़ावा। जिला कलेक्टर बचनेश अग्रवाल के निर्देश पर गुरूवार सुबह उपखंड मुख्यालय चिड़ावा पर स्थित 13 कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें आधे से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी गायब मिले। इन 13 कार्यालयों में कुल 131 अधिकारी और कर्मचारी पदस्थापित थे। जिनमें से निरीक्षण के समय कार्यालयों में 71 ही मिले। जबकि 60 गायब थे। इनमें से 28 तो ऐसे अधिकारी और कर्मचारी थे। जिनका यह ही पता नहीं चला कि वो आखिरकार गायब क्यों है। वहीं 32 अधिकारी और कर्मचारी या तो अवकाश पर मिले या फिर दूसरी जगह प्रतिनियुक्ति पर। एसडीएम बृजेश गुप्ता ने सभी गायब कर्मचारियों और अधिकारियों की सूची बनाकर जिला कलेक्टर को भेजी है। साथ ही सभी को हिदायत दी है कि वे कार्यालय समय पर टाइम पर पहुंचे। यदि भविष्य में ऐसा मिला तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि सर्वाधिक खराब स्थिति पंचायत समिति चिड़ावा कार्यालय में मिली। जहां पर कुल 19 अधिकारी और कर्मचारी पदस्थापित है। इनमें से 10 अधिकारी और कर्मचारी का कोई अता—पता नहीं था। वहीं पीडब्लूडी कार्यालय में तीन अधिकारी और कर्मचारी है। जिनमें से तीन के तीन गायब मिले।