पचेरी। थाना इलाके के हरियाणा बॉर्डर पर नावता गांव के पास मिले दो साधुओं के शव की रविवार को शिनाख्त हो गई है। दोनों साधु भिवानी के एक आश्रम में रहते थे। पुलिस को आशंका है कि रुपयों के लेन-देन को लेकर हत्या की गई है। थानाधिकारी राजपाल यादव ने बताया कि साधुओं के शव मिलने की सूचना पर भिवानी के एक आश्रम से संध्यागिरी महाराज बुहाना के राजकीय अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने शवों की शिनाख्त की। मृतकों की पहचान वशिष्ठ गिरी (45) और सेवादार बगड़ निवासी गौतम सिंह के रुप में हुई हैं। वशिष्ठ गिरी भिवानी के एक आश्रम में रहता था। वहां से नारनौल के पटीकरा आश्रम में रहने लग गया था। वहीं गौतम बगड़ का रहने वाला है। गौतम पिछले छह माह पहले से सेवादार के रूप में काम करने के लिए वशिष्ठगिरी के साथ था। बतादें कि शनिवार सुबह नावता के पास दोनों के शव मिले थे।
सिंघाना के भोदन आश्रम में की गई थी हत्या
जानकारी के अनुसार सामने आया है कि वशिष्ठ गिरी महाराज का सिंघाना थाना इलाके के भोदन गांव में बने एक आश्रम में आना जाना रहता था। शुक्रवार की रात को वे सेवादार के साथ आश्रम में गए थे। वहां पर किसी बात को लेकर आश्रम में पहले से रह रहे लखनदास ने साध्वी के साथ मिलकर दोनों की ईंट-पत्थर व बेलन चिमटों से वारकर हत्या कर दी। इसके बाद वशिष्ठ गिरी की कार में दोनों के शव डालकर नावता गांव के पास पटककर फरार हो गए। यह खुलासा शिनाख्त होने के बाद पुलिस जब क्लू मिलने पर भोदन आश्रम पहुंची तो हुआ। आश्रम में जगह-जगह खून के छींटे जमे हुए थे। दीवारें लाल हो रखी थी। इस आधार पर पुलिस का मानना है कि हत्या भोदन आश्रम में ही की गई।
नगद और गाड़ी मिले गायब
वशिष्ठ गिरी महाराज के पास 15 लाख रुपए और एक गाड़ी होने की बात सामने आई है, जो गायब है। नावता के पास खेतों में शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने थाना क्षेत्र के अलावा हरियाणा के गोद बलाहा, भांखरी, गहली में लगे सीसीटीवी कैमरों से जानकारी जुटाई गई।