सूरजगढ़। कस्बे के वार्ड 11 में चार दिन पहले एक घर में दिनदहाड़े हुई चोरी की वारदात के मामले का खुलासा हो गया है। यह वारदात करने वाला कोई बाहरी नहीं, बल्कि परिवार का ही नाबालिग था। उसने घर से सोने-चांदी के गहने और रुपए चुराए थे। सोने के गहनों में शामिल दो रखड़ियां उसे नकली लगी तो उसने उनको कुएं में फेंक दिया। बाकी गहनों को उसने बेच दिया। पुलिस ने नाबालिग से गहने खरीदने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नाबालिग को निरुद्ध कर कुएं से रखड़ियां बरामद कर ली है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि वार्ड 11 निवासी राधेश्याम मेघवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 25 अप्रैल को वह काम पर और पुत्र व पुत्रवधू गांव गए हुए थे। दोपहर साढ़े तीन बजे पुत्र व पुत्रवधू गांव से वापस आए तो घर के कमरे में रखे संदूक का ताला व कुंदा टूटा हुआ पड़ा था और उसमें रखे 1500 रुपए सहित लाखों रुपए के सोने चांदी के जेवरात गायब थे। आलमारी में रखे 11 हजार रुपए भी गायब थे। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल की तो पीड़ित के परिवार में नाबालिग भतीजे पर शक हुआ। उससे पूछताछ की गई तो उसने चोरी कर वार्ड दस निवासी धोलू उर्फ सोनू पुत्र महेंद्र कटारिया व बुहाना के जोगेंद्र सिंह उर्फ दीपक पुत्र ईश्वर मेघवाल को जेवरात बेचना स्वीकार कर लिया।
नकली समझकर रखड़ी कुएं में फेंक दी
नाबालिग ने चोरी के बाद सोने की दो रखड़ियों को नकली समझकर वार्ड 11 में अंबेडकर भवन के पास स्थित पुराने सूखे कुएं में फेंक दी और बाकी जेवरात धोलू व जोगेंद्र को बेच दिए। पुलिस ने नाबालिग की निशानदेही पर कुएं से दोनों रखड़ी बरामद कर ली तथा शेष जेवरात व नगदी की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने नाबालिग को निरुद्ध कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। उधर, नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश कर बाल सुधार गृह में भेज दिया गया।