चिड़ावा। कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को चाहे उप जिला अस्पताल में क्रमोन्नत कर दिया गया है। लेकिन यहां की सुविधाएं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से भी बदतर है। दरअसल सोमवार को एक बार फिर चिड़ावा एसडीएम बृजेश कुमार ने उप जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान चिड़ावा एसडीएम को ओपीडी में खड़े मरीज गर्मी में परेशान होते नजर आए। ओपीडी में दो एसी लगे हुए थे। लेकिन एक ही चालू था। दूसरा खराब था। जब इस बारे में अस्पताल प्रभारी डॉ. सुमनलता कटेवा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह एसी सही नहीं हो सकता। जिस पर एसडीएम ने नया एसी लगवाने के साथ—साथ ओपीडी में कूलर—पंखों की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद जब एसडीएम ने पर्ची काउंटर और निशुल्क दवा केंद्रों का दौरा किया तो वहां पर भी मरीज और उनके परिजन धूप में तपते नजर आए।
वहां पर भी छांव की पर्याप्त सुविधा नहीं थी। मरीजों और उनके परिजनों की लाइन लंबी लगी थी। जबकि छांव की व्यवस्था नाम मात्र जगह पर थी। जिस पर एसडीएम ने छांव की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। वार्डों की स्थिति संतोषजनक मिली। इस दौरे के बाद एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे है कि रोज अस्पताल आने वाली अस्पताल की प्रभारी डॉ. सुमनलता कटेवा को इन कमियों के बारे में दिखता नहीं या फिर देखना नहीं चाहती। एक तरफ भयंकर गर्मी और दूसरी तरफ व्यवस्थाओं में लापरवाही चिकित्सा विभाग के चाक चौबंद प्रबंध करने के दावों की पोल खोल रही है। इस मौके पर एसडीएम के साथ अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाश कविया भी थे।
आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह ने निरीक्षण कर चैक किए पीएमएसएमए सत्र

झुंझुनूं। आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह ने सोमवार को विभिन्न चिकित्सा संस्थानों पर जाकर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आयोजित विभिन्न सत्रों का निरीक्षण कर सत्रों में दी जारी सेवाओं का अवलोकन किया। आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह ने बताया कि यह सत्र में गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण सुरक्षित मातृत्व सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए हर माह में तीन बार 9, 18 एवं 27 तारीख को आयोजित किया जाता है। सोमवार को माह के अंतिम सत्र में डॉ. दयानंद सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुकुंदगढ़, डूंडलोद, बसावा, खिरोड़ और चिराना पर जाकर सत्रों की व्यवस्थाएं देखी। इन सत्रों में गर्भवती महिलाओं की जा रही जांच एवं उपचार को क्रॉस चैक किया और सरकारी अस्पताल में ही डिलीवरी करवाने और सरकारी अस्पताल की निशुल्क बेहतर सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अस्पताल में आरसीएच रजिस्टर, कोल्ड चैन की स्थिति का निरीक्षण किया। डॉ. दयानंद सिंह ने बताया कि सभी संस्थाओं में निरीक्षण के दौरान सभी संबंधित दवाएं, आयरन सूक्रोज प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध थे। सभी कार्मिक उपस्थित मिले एवं उत्साह और कुशलता के साथ गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व के लिए सेवाएं प्रदान की गई। डॉ. दयानंद सिंह ने अभियान के सत्र आई जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को पॉजिटिविटी के साथ बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए स्टाफ को प्रेरित और निर्देशित किया।