बड़ागांव। उदयपुरवाटी जल जन जागरण रथ यात्रा लगातार ग्रामीण इलाकों में चल रही है। वहीं गांवों में पानी की मांग को लेकर धरने भी चल रहे है। नाटास में 24वें, चौफूल्या में 35वें दिन, जोधपुरा में 21वें दिन, बाघोली में 18वें दिन धरने जारी रहे। इधर, 11 मार्च को उदयपुरवाटी से शुरू हुई रथ यात्रा चौफूल्या होते हुए जगदीशपुरा, काटलीपुरा, मावता, जहाज, मंडावरा और छापोली होते हुए कोट तक गई। उदयपुरवाटी के विभिन्न गांवों में ढाणी—ढाणी गांव—गांव गली—गली जाकर जन जागरण कर लोगों को जागृत किया गया। इस दौरान रथयात्रा को जगह जगह बहुत जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है।
रथयात्रा का जगह जगह स्वागत किया गया। इस दौरान लोगों ने 1350 करोड़ रुपए कुंभाराम लिफ्ट योजना व 1994 यमुना नहर समझौता लागू नहीं करने के लिए जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी जगह रथयात्रा के समर्थन में लोगों का जबरदस्त समर्थन मिला। काटलीपुरा में छोटू के नेतृत्व में, जगदीशपुरा में बद्री, जहाज में शंकर के नेतृत्व में, मंडावरा में पोखर, छापोली में ताराचंद व विजेंद्र भीम प्रेमी के नेतृत्व में स्वागत किया गया। रथयात्रा में महिलाओं का समर्थन मिल रहा है। इस मौके पर महिलाओं ने कहा कि पानी हमारा अधिकार है। हम महिलाओं को सबसे ज्यादा पानी के लिए जूझना पड़ता है। हम महिलाओं को रथयात्रा में जहां भी जरूरत पड़ेगी। हम लोग हमेशा तैयार है। लेकिन कुंभाराम लिफ्ट योजना का पानी हमें जल्दी से जल्दी मिलना चाहिए। महिलाओं ने मटका फोड़कर हर जगह विरोध प्रदर्शन किया।
इस तरह रथयात्रा ने गली—गली जाकर आमजन को जागृत करने का काम कर रही है। इस दौरान अखिल भारतीय किसानसभा के झुंझुनूं जिला सचिव मदन यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में रथयात्रा के साथ उपस्थित रहे। इस दौरान अनेक ग्रामवासियों ने संबोधित किया। रथयात्रा संयोजक केके सैनी ने कहा कि जब तक सरकार कुंभाराम लिफ्ट योजना के वर्क आॅर्डर जारी नहीं करती है। हम इस रथयात्रा को जारी रखेंगे। उन्होंने 1994 यमुना नहर समझौता को लागू करने की बजाय उलझाने की कोशिश को, किसान कामयाब नहीं होने देंगे। संघर्ष समिति अध्यक्ष नत्थुराम ने बताया कि कुंभाराम लिफ्ट योजना के तहत जिन 4-5 गांवों में 2013 से ही पाइप लाइन डली हुई है। उसमें शीघ्र पेयजल सप्लाई शुरू की जाए। इस मौके पर बनवारी, कुमावत, मुकेश गुर्जर, रतनलाल, लालचंद गुर्जर, रामस्वरूप वाल्मिकी, ओंकार, मंगलचंद, छोटूराम, विजेंद्र, महेंद्र, फूलचंद, कन्हैयालाल, सरदाराराम, संतोषदेवी, सावित्रीदेवी ,झूमली, रूक्मणी, शीलादेवी, सरस्वती, प्रकाशीदेवी, पतासीदेवी, रामप्यारी, दुर्गी, मनोहर आदि सैंकड़ों लोगों, ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। जगह जगह चंग धमाल के माध्यम से भी पानी की मांग की गई है।