Sunday, February 9, 2025
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नगरपरिषद अधिकारियों व कार्मिकों के खिलाफ सीबीआई और ईडी में करेंगे शिकायत

झुंझुनूं। माननीय स्थायी एवं अनवरत लोक अदालत जिला झुंझुनूं द्वारा नगर परिषद झुंझुनूं के लिए नियुक्त न्याय मित्र केके गुप्ता द्वारा पिछले दिनों झुंझुनूं निकाय का दौरा किया गया, जहां पर भारी अनियमितताएं पाई गई इसके, साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कार्यों में लापरवाही बरतने और अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान उपस्थित नहीं होने को भी न्याय मित्र गुप्ता द्वारा गंभीरता से लिया गया है। इसको लेकर न्याय मित्र गुप्ता ने निकाय आयुक्त को लिखते हुए उनके द्वारा पूर्व में भेजी गई पालना रिपोर्ट मे बताए गए तथ्यों एवं वास्तविकता मे भारी अंतर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी सात दिन मे व्यवस्थायें सुधारने के निर्देश दिए है। पत्र में बताया कि आयुक्त द्वारा दी गई रिपोर्ट पूरी तरह से झूठी एवं गलत तथ्यों पर आधारित है।

डोर टू डोर कचरा संग्रहण 60 प्रतिशत कार्य ही पूर्ण हुआ है। नालियों की सफाई नहीं हो रही है। अतिक्रमण सड़कों से नहीं हटाया गया। नाइट स्वीपिंग नहीं चल रही है। सड़कों पर जानवर चारों तरफ घूम रहे है। सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है। सड़कों पर लाइटें अव्यवस्थित है। कचरा यार्ड मे कोई कार्य नहीं हुआ। सड़कों पर पानी भराव आज भी पुरानी स्थिति है। प्लास्टिक पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया। वार्डों में कर्मचारी सफाई नहीं कर रहे है। हवेलियों का जीर्णोद्धार नहीं हो रहा है। सार्वजनिक शौचालयों की सफाई दिन में नहीं हो रही है। रोड लाइटें पूरी ठीक नहीं है। जन शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है। दीवारों की सफाई पूरी नहीं हैं। सार्वजनिक भवनों की दीवारों पर पेंटिंग कार्य नहीं हुआ है। पत्र में बताया कि राणी सती दादी मंदिर प्रांगण में गंदगी एवं मंदिर तक सड़क मरम्मत कार्य तथा नालियों की सफाई की व्यवस्था शीघ्र सुचारू करने की आवश्यकता है।

कचरा यार्ड का निरीक्षण के समय कचरा यार्ड में गौमाता द्वारा प्लास्टिक एवं गंदगी खाई जा रही थी, जिसके लिए पूर्व में कई बार निर्देशित भी किया गया था तथा जहां कचरा डाला जा रहा है। वह स्थान पहाड़ों के पास गड्ढों में कचरा डाला जा रहा है। जो वर्षा के पानी भरने से धरती के जल को भी प्रदूषित करेगा। प्रेस वार्ता के समय मीडिया द्वारा अनेकों आरोप निकाय अधिकारियों की कार्यप्रणाली एवं भ्रष्टाचार को लेकर लगाए गए तथा मीडिया द्वारा एमआरएफ की मशीन कचरा यार्ड में दो साल से बंद पड़ी होने के सवाल पर मेरे द्वारा दूरभाष पर निकाय अधिकारियों से पूछने पर बताया गया कि बिजली कनेक्शन न होने से मशीनें बंद पड़ी है। 10 दिवस में शुरू हो जाएगी। इसलिए मशीनें 10 जनवरी तक कार्यरत हो जानी चाहिए।

 

सफाई कार्य के टेंडर कब किए और पिछले दो साल से मशीनों का उपयोग क्यों नहीं हुआ?
पत्र मे न्याय मित्र ने निकाय आयुक्त से पूछा है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत लिगेसी वेस्ट-पुराने कचरे को कचरा यार्ड से साफ करने के टेंडर कब लगाए गए थे तथा कार्य कब प्रारंभ होगा एवं कब तक समाप्त कर दिया जाएगा? एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी)-उपरोक्त कार्य आप द्वारा अभी तक प्रारंभ नहीं किया गया है। जबकि कचरा यार्ड में एक मशीन तथा नगर परिषद में दो मशीनें दो साल से पड़ी जंग खा रही है। इन मशीनों को खरीदने का क्या औचित्य था तथा सरकारी धन के दुरूपयोग के लिए कौन जिम्मेदार है? विस्तृत विवरण देवें। लिगेसी वेस्ट एवं एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी) कार्य को करने के लिए भारत सरकार द्वारा राजस्थान सरकार को जो राशि उपलब्ध करवाई गई हैं। उस पर कोई कार्य न होने एवं एमआरएफ के लिए खरीदी गई अनुपयोगी मशीनों की जांच के लिए सीबीआई एवं ईडी विभाग को जांच के लिए पत्र लिखा गया है। पत्र की एक प्रतिलिपि जिला कलेक्टर झुंझुनू को भेजकर लेख है कि स्वच्छ भारत मिशन पर जो कार्य नगर परिषद् द्वारा किया जा रहा है। वह मात्र खानापूर्ति की जा रही हैं। इसे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा हर जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इसलिए उचित दिशा निर्देश जारी करें।