झुंझुनूं. भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी चिन्मयी गोपाल ने कलेक्टर का पदभार संभाल लिया। वह जिले की तीसरी महिला कलक्टर हैं। उनसे पहले मुग्धा सिन्हा व आरुषि मलिक कलेक्टर रह चुकी हैं। पहले दिन उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यप्रणाली की जानकारी ली। बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने पहले ही दिन झुंझुनूं जिले में जरूरतमंद बच्चों के लिए फ्री कोचिंग खोलने की घोषणा कर दी। साथ ही उन्होंने यह भी कि वे हर तरह का फीडबैक ले रही हैं। यह जागरूक जिला है। मुझसे मिलने के लिए लोगों को लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जो भी मुझसे मिलने आएगा, उनके लिए दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। मैं फिल्ड में जाकर जनता से संवाद करूंगी, ताकि योजनाओं की हकीकत पता चल सके। उन्होंने कहा कि पूरे जिले में सर्वे करवाया जाएगा, किस व्यक्ति को किस चीज की जरूरत है। उसके अनुसार सरकारी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलवाया जाएगा। अभी विकसित भारत संकल्प यात्रा में जिले को जो लक्ष्य मिजा है, उनको पूरा करवाया जाएगा। इसके बाद लोकसभा चुनाव शांति व निष्पक्ष तरीके से करवाना प्राथमिकता रहेगी।
निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था शुरू करवाना पहली प्राथमिकता
कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि शिक्षा उनका पसंद का विषय रहा है। जरूरतमंद बच्चों के लिए निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था शुरू करवाना पहली प्राथमिकता रहेगी। जरूरतमंद बच्चों को ज्यादा से ज्यादा छात्रवृत्ति दिलवाने की कोशिश की जाएगी। युवाओं के लिए ऐसी लाइब्रेरी विकसित की जाएगी जहां निजी से बेहतर सुविधाएं मिले। फ्री नेट, ऐसी व शांत वातावरण हो।
पहले भी कई कलक्टर खुद की प्लानिंग लेकर आए लेकिन पूरी नहीं हुई ?
पिछले कलेक्टर ने जो भी नवाचार किया था, उनको बंद नहीं किया जाएगा। इसके अलावा ऑफिसर्स क्लब, आबूसर हाट बाजार व नगर परिषद के ऑडिटोरियम का कार्य पूरा करवाया जाएगा। समय-समय पर सरकारी दफ्तरों के औचक निरीक्षण जारी रहेंगे। केवल नए शहर का ही नहीं बल्कि पुरारे शहर का भी जायजा लूंगी। कोशिश रहेगी जनता को परेशानी नहीं हो।