झुंझुनूं। सदर थाना इलाके के दोरादास गांव में एसी में डाले जाने वाली गैस का सिलेंडर फटने से एक मैकेनिक और उसके हेल्पर की मौत हो गई। हादसे की वजह क्षमता से अधिक गैस भरी होना माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक झुंझुनूं शहर के किसान कॉलोनी निवासी नरेश रोहिल्ला एसी और फ्रीज रिपेयर का काम करते थे। शुक्रवार को उन्हें दोरादास गांव में धनपत शर्मा के घर पर फ्रीज ठीक करने के लिए बुलाया गया था। वे अपने साथी चूरू बाईपास केके कॉलोनी निवासी अखिलेश उर्फ रवि नायक के साथ दोरादास गांव पहुंचे। जहां पर उन्होंने धनपत शर्मा के घर पर फ्रीज ठीक किया और वापिस लौटने लगे।

उनके साथ बाइक पर एसी में डाले जाने वाली गैस का सिलेंडर बैग में रखा हुआ था। जैसे ही नरेश रोहिल्ला ने बाइक स्टार्ट की और चलने लगे। इतने में ही पीछे बैठे अखिलेश उर्फ रवि के आगे बैग में रखा सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। जिससे अखिलेश उर्फ रवि और सिलेंडर दूर जाकर गिरे। वहीं नरेश रोहिल्ला भी बाइक से गिर गए। अखिलेश उर्फ रवि की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं नरेश रोहिल्ला घायल हो गए। तेज धमाके की आवाज सुनकर पास पड़ौस के लोग बाहर आए। जिन्होंने एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस ने दोनों को राजकीय बीडीके अस्पताल पहुंचाया। जहां दोनों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव सौंप दिए। इधर, घटना की सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय के एसी, फ्रीज आदि कारोबार और मरम्मत से जुड़े लोग बड़ी संख्या में बीडीके अस्पताल पहुंचे। बताया जा रहा है इस गैस सिलेंडर में एसी में डाले जाने वाली आर32 गैस थी। सिलेंडर फटने के कारणों की संभावना तेज गर्मी के साथ जोड़कर देखी जा रही है।
क्षमता से अधिक गैस भरी हुई थी
एसी व फ्रिज इत्यादि के जानकारों का कहना है कि गैस सिलेंडर में क्षमता से अधिक गैस होने पर ही वह गर्मी में फटता है। क्योंकि गैस गर्म होकर फैलती है। दोरादास में हुए हादसे में भी ऐसा ही लग रहा है। 10 किलो गैस वाले सिलेंडर में पांच किलो से अधिक गैस नहीं होनी चाहिए। ताकि गार्म होकर फैले तो सिलेंडर के फटने की संभावना नहीं हो।