झुंझुनूं। झुंझुनूं में बीते तीन-चार दिनों से आसमान से आग उगलती भीषण गर्मी का सितम जारी है। कल जहां पिलानी में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। वहीं भीषण गर्मीं में अब लोगों का ह्ल्क सूखने लगे हैं। इसलिए लोगों को अब ठंडा पानी सुकून दे रहा है। लेकिन अब फ्रीज के ठंडे पानी की बजाय लोग मटके के पानी को ज्यादा तवज्जो दे रहे है। यही कारण है कि झुंझुनूं में मटकों की बिक्री ने जोर पकड़ लिया है। खासकर गुजराती मटकों की डिमांड बढी है। यही कारण है कि झुंझुनूं शहर में कई जगहों पर सड़क किनारे गुजरात के डिजाइनदार पानी के मटके बेचे जा रहे हैं। जिन्हें लोग खरीदने भी पहुंच रहे हैं।
इस बार और सालों की बजाय मटकों की अच्छी डिमांड देखने को मिल रही है। झुंझुनूं में बनने वाले स्थायी कुम्भकारों के मटकें भी खूब बिक रहे हैं। लेकिन गुजरात से डिजाइन वाले मटकों की भी बिक्री जमकर हो रही है। अलग-अलग डिजाइन में बिकने वाले ये मटके ना केवल खूबसूरत है। बल्कि इसमें पानी ठंडा भी जल्दी होता है। झुंझुनूं शहर के अलावा जिले में कई जगहों पर सड़क किनारे लोग गुजरात से ये डिजाइनर मटके लाकर बेच रहे हैं। जिनकी डिमांड दिनोंदिन बढ़ रही है। मटकों की खरीददारी करने आ रहे ल्गोनों ने बताया कि मिट्टी के मटके का पानी सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
गौरतलब है कि झुंझुनूं शहर में हवाई पट्टी चौराहे के पास इन दिनों मिट्टी के बर्तनों की दुकानें सजी हुई हैं। यहां स्थानीय कुंभकारों के द्वारा बनवाए गए मिट्टी के बर्तनों के साथ ही बाहर से मंगवाए गए बर्तनों की भरमार है। गर्मी में मिट्टी के बर्तनों की मांग अधिक बढ़ जाती है। इस बार भी यहां मिट्टी के बर्तनों की खरीदारी करने वालों की भीड़ उमड़ रही है। मिट्टी के मटकों की कीमत 150 रुपए से लेकर 400 रुए तक है।