मंडावा । चूड़ी अजीतगढ़ की दिव्यांग महिला राखी देवी के लिए शनिवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की जनसुनवाई खुशियां लेकर आई। जनसुनवाई में राखी देवी ने कलेक्टर को बताया कि उसके दिव्यांग पति नितेंद्र कुमार के निधन के बाद से उन्हें पालनहार योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। इस पर कलेक्टर ने जनसुनवाई में मौजूद सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी से जानकारी मांगी तो सामने आया कि राखी देवी के पति के निधन के बाद ऑटोमेटिक ही पालनहार योजना से मिलने वाला आर्थिक लाभ बंद हो गया था। क्योंकि योजना के लाभार्थी के रूप में नितेंद्र कुमार ही पंजीकृत थे। तब कलेक्टर ने राखी देवी को अविलंब स्वीकृति जारी करने के निर्देश दिए। इसके बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक पवन पूनिया के निर्देशन में ब्लॉक समाज कल्याण अधिकारी ने राखी देवी के घर जाकर दस्तावेज पूरे कर ऑनलाइन आवेदन करवाया गया और शनिवार देर शाम को ही स्वीकृति जारी कर दी।
ऊंचाई वाले स्थान पर पानी नहीं पहुंचने की शिकायत पर ट्यूबवैल से जोड़ने के निर्देश
जनसुनवाई के दौरान ही ऊंचाई वाले स्थान पर पानी नहीं पहुंचने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा करने पर जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा तो सामने आया कि आचार संहिता लगने के चलते ट्यूबवैल खुद जाने के बाद भी लाइन नहीं जोड़ी गई थी। जिस पर जिला कलेक्टर ने तुरंत प्रभाव से लाइन जोड़कर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान रात के समय बिजली कटौती नहीं करनी की मांग भी ग्रामीणों ने रखी। जिस पर जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जनसुनवाई में पालनहार, वृद्धावस्था पेंशन वेरीफिकेशन, विभिन्न ऋण योजनाओं की सब्सिडी नहीं मिलने इत्यादि के प्रकरण सामने आए, जिनका मौके पर ही निस्तारण किया गया।
कम परीक्षा परिणाम रहने पर भी जताई नाराजगी
जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने शनिवार को मंडावा ब्लॉक की ग्राम पंचायत चूड़ी चतरपुरा एवं चूड़ी अजीतगढ़ में जनसुनवाई की। जनसुनवाई में एसडीएम सुप्रिया कालेर, विकास अधिकारी बलबीर सिंह ढाका, तहसीलदार सुभाषचंद्र कुलहरि समेत सभी विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। दोनों ग्राम पंचायतों में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में हुई जनसुनवाई में जिला कलेक्टर ने इन विद्यालयों का गहनता से निरीक्षण किया। दोनों ही विद्यालयों का परीक्षा परिणाम अपेक्षा अनुरूप नहीं पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए। चूड़ी चतरपुरा में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाएं सामान्य पाई गईं। यहां संस्थागत प्रसव नहीं होने पर जिला कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश दिए।