झुंझुनूं | इंडिया गठबंधन व भारत की कम्युनिस्ट मार्क्सवादी पार्टी के नवनिर्वाचित सांसद कामरेड अमरराम गुरुवार को झुंझुनूं जिले के दौरे पर आए। इस दौरान उनका झुंझुनूं जिले की सीमा नवलगढ़ से लेकर जिला मुख्यालय तक जगह जगह स्वागत किया गया। ढिगाल टोल बूथ से झुंझुनूं शहर तक जुलूस निकाला गया। जिला सचिव सुमेर बुडानिया ने बताया कि ढिगाल टोल बूथ पर स्वागत के बाद से डीजे के साथ जुलूस निकाला गया। वाहनों का काफिला हवाई पट्टी चौराहा, पीरू सिंह सर्किल, रोड नंबर तीन, गुढ़ा मोड, जेपी जानू स्कूल, रोडवेज बस स्टैंड होते हुए शिक्षक भवन पहुंचा। जहां उनका सम्मान किया। सांसद अमराराम ने कहा कि भाजपा सरकार को बहुमत नहीं दिया है, क्योंकि जनता के साथ किसान, मजदूर, नौजवानों के हितों के साथ खिलवाड़ किया गया। जनता के हितों पर हमले किए गए।
इस दौरान कामरेड फूलचंद बर्बर, पूर्व उप जिला प्रमुख विद्याधर गील, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष गिरधारी लाल महला, महामंत्री मदनसिंह यादव, किसान महासभा के फूलचंद ढेवा, रामचंद्र कुलहरी, नौजवान सभा के जिलाध्यक्ष राजेश बिजारणिया, महासचिव बिलाल कुरैशी, एसएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज गुर्जर, प्रदेश सयुंक्त सचिव सचिन चोपडा, जिलाध्यक्ष अनीश धायल, महासचिव आशीष पचार, उपाध्यक्ष निकिता शर्मा, चुकी नायक, हेमलता शर्मा, पूजा नायक, सुभाष बाबल, सीटू के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष गजराज कटेवा, महिपाल भामू आदि मौजूद थे।
शहीद भगतसिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया

नवलगढ़। तानाशाह सरकार के खिलाफ सड़क से संसद तक जनता की लड़ाई लड़ेंगे। इस बार राजस्थान की जनता ने 11 लोकसभा सीटें छीनकर तानाशाहों को जवाब दिया है। यह बात गुरुवार को नवलगढ़ आए सीकर सांसद कॉमरेड अमराराम ने कही। कॉमरेड अमराराम सांसद चुने जाने के बाद गुरुवार सुबह 10.30 बजे पहली बार नवलगढ़ पहुंचे। नवलगढ़ की सीकर सीमा पर नवलगढ़ क्षेत्र के कॉमरेडों, किसान संगठन, एसएफआई, डीवाईएफआई के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने गर्मजोशी के साथ अमराराम का स्वागत किया। इसके बाद नवलगढ़ बस डिपो के पास स्थित शहीद भगतसिंह पार्क तक रैली निकाली गई। जहां सांसद अमराराम ने शहीद भगतसिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर शहीद भगतसिंह अमर रहे के जयकारे लगाए। इस अवसर पर एडवोकेट बजरंगलाल मूंड, झाबरसिंह दूत कोलसिया, रामप्रताप दूत, श्रीचंद नेहरा, किसान नेता सुभाष बुगालिया, एसएफआई जिला महासचिव आशीष पचार, विजेंद्र काजला बेरी, गोवर्धनसिंह निठारवाल, शिंभूराम दूत, अशोक मिठारवाल, रामेश्वर खेदड़, जुबैर खोखर, संदीप मांठ, रहीश, विकास, मदन यादव, हरिसिंह बुरड़क, बलदेव थोरी, गुलामनबी आजाद, गंगाधरसिह सुंडा, शिवचंद डूडी, शीशराम डूडी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।