झुंझुनूं। डॉ. संजय धनखड़ के किडनी कांड को लेकर बड़ा एक्शन हुआ है। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी द्वारा गठित की गई चिकित्सकों की टीम की जांच रिपोर्ट आने के बाद आखिरकार पीड़ित महिला ईद बानो के पर्चा बयान के आधार पर कोतवाली थाने में डॉ. संजय धनखड़ के खिलाफ ईलाज में लापरवाही बरतने के आरोपों के साथ एफआईआर दर्ज हो गई है। इसके साथ ही अब यह मामला पुलिस के पास पहुंच चुका है। चिकित्सा विभाग अपनी जांच कर चुका है। अब पुलिस जांच करेगी।
एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि पहले दिन से झुंझुनूं पुलिस इस मामले को गंभीरता के साथ ले रही है। मेडिकल बोर्ड की जांच रिपोर्ट में डॉ. संजय धनखड़ की मेडिकल नेगलिजेंस सामने आई है। इसके बाद कोतवाली में एफआईआर दर्ज हो गई है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच शहर कोतवाल पवन चौबे को सौंपी गई है। इस मामले में सभी तथ्यों पर अनुसंधान होगा। किडनी के गायब होने की बात हो या फिर ईलाज में लापरवाही के तथ्य हो। सभी अनुसंधान में शामिल होंगे। जल्द ही अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज जब्त किए जाएंगे। इसके अलावा गवाहों के बयान होंगे। मामले में डॉ. संजय धनखड़ के अलावा कोई और भी दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी। आपको बता दें कि इस मामले में जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल भी सख्त नजर आ रही है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने भी गलत ऑपरेशन करने वाले डॉ. संजय धनखड़ का राजस्थान मेडिकल कौंसिल से रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के लिए चिकित्सा विभाग को पत्र लिखा है। जिसके बाद डॉ. धनखड़ प्रेक्टिस नहीं कर पाएंगे। आपको यह भी बता दें कि डॉ. धनखड़ के खिलाफ लापरवाही का कोई यह पहला मामला नहीं है। लगातार डॉ. धनखड़ के खिलाफ लापरवाही के आरोप लगते रहते हैं।