Sunday, February 9, 2025
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झेरली में हथियारों का जखीरा मिलने पर एसपी ने बीट अधिकारी और कांस्टेबल को किया सस्पैंड

पिलानी (लोकेन्द्र सिंह शेखावत लक्की).
थाना क्षेत्र के झेरली गांव में एनआईए की टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए अशोक मेघवाल के मामले में एसपी देवेंद्र विश्नोई ने गंभीरता के साथ—साथ सख्ती दिखाई है। अशोक मेघवाल द्वारा ​हथियारों का जखीरा गांव लाने जैसी जानकारी स्थानीय पुलिस अधिकारियों को ना होने को गंभीर मानते हुए एसपी ने बीट अधिकारी हैड कांस्टेबल ललित तथा बीट कांस्टेबल विजय कुमार को सस्पैंड कर दिया है। एसपी देवेंद्र विश्नोई ने बताया कि क्राइम और क्रीमिनल, दोनों ही बर्दाश्त से बाहर है। यदि बीट अधिकारी और बीट कांस्टेबल को अपने इलाके की पूरी जानकारी नहीं है। तो यह गंभीर विषय है। इसलिए दोनों का सस्पैंड किया गया है। इधर, मामले को लेकर अशोक मेघवाल के संपर्क में रहने वाले कुछ युवकों से पिलानी थाना पुलिस ने पूछताछ की है। हालांकि अभी किसी ​की गिरफ्तारी नहीं की गई है। लेकिन अब पिलानी पुलिस भी मामले में इनपुट जुटाने में लगी हुई है। साथ ही झेरली गांव से जुड़े ऐसे युवकों से भी पूछताछ की जा रही है। जो आपराधिक वारदातों में लिप्त रहे है।

बरामद हथियार विदेशी, कीमत लाखों में
इधर, एनआईए द्वारा अशोक मेघवाल से जब्त किए गए लगभग सभी हथियार लाखों की कीमत वाले और विदेशी बताए जा रहे है। सूत्रों के अनुसार मंगलवार शाम को ही एक महंगी गाड़ी में अशोक मेघवाल बैठकर अपने गांव आया था। इस गाड़ी से उसे कुछ लोग छोड़कर गए थे। लेकिन वो कौन थे। ये किसी को नहीं पता। ना ही किसी ने मंगलवार शाम तक इसे गंभीरता से लिया। बुधवार सुबह जब एनआईए की टीम ने दबिश तो सभी को माजरा समझ में आया।

घर की हालत भी खराब, सभी के लिए पहेली बनी कहानी
वहीं अशोक मेघवाल का नाम अब सुखदेवसिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के साथ—साथ गैंगेस्टर रोहित गोदारा के साथ जोड़ा जा रहा है। यही नहीं लाखों रूपए की कीमत वाले विदेश में बने हथियार भी अशोक मेघवाल के पास से जब्त हुए है। इन सबके बावजूद अशोक मेघवाल की खुद की और परिवार की ​आर्थिक स्थिति कोई ज्यादा अच्छी नहीं बताई जा रही। गांव के लोगों का तो यहां तक कहना है कि अशोक के परिवार ने कर्ज लेकर पिछले मामलों में उसकी जमानत करवाई थी। अशोक की पत्नी पशुपालन और खेती से घर चला रही है। तो वहीं बच्चे सरकारी स्कूल में पढते है।

गांव में रहता था अशोक
सूत्रों की मानें तो अशोक मेघवाल बाहर ज्यादा दिनों तक नहीं रहता था। 10—15 दिन पहले तक भी वह गांव में ही था। कभी कोई मजदूरी मिल जाती तो काम पर चला जाता। वरना गांव में घूमता रहता। लेकिन बाहर भी जाता तो पांच—सात दिन से ज्यादा नहीं जाता था।

शराब ठेके की ब्रांच में सेल्समैनी की, 2022 में पकड़ा गया था
अशोक मेघवाल ने कोरोना काल के आस—पास चूरू जिले के ठिमाऊ में शराब ठेके की ब्रांच में सेल्समैनी भी की थी। उसे गांव के ही व्यक्ति ने ठेके पर रखवाया था। ताकि उसका घर चलता रहे। लेकिन इस ब्रांच में भी एक मर्डर हो गया था। तो वो ब्रांच भी बंद हो गई और अशोक का काम भी छूट गया। इसके बाद जुलाई 2022 में सरदारशहर पुलिस ने कस्बे के कच्चा बस स्टैंड पर एक देशी पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। उसके साथ गिनानी बास वार्ड नंबर सात सरदारशहर निवासी शुभम पारीक उर्फ सरदारी को भी गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अशोक को जमानत मिल चुकी थी।